दक्षिणापथ. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) 17 जून को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सामने कक्षा 12वीं के छात्रों का परिणाम तैयार करने के लिए तय किया गया मूल्यांकन मानदंड रखेगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट, कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने वाली याचिका पर सुनवाई कर रहा था। लेकिन सुनवाई से दो दिन पहले ही बोर्ड द्वारा परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया। जिसके बाद 3 जून को हुई सुनवाई में कोर्ट ने सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) को दो सप्ताह के भीतर अपनी मूल्यांकन योजना प्रस्तुत करने का आदेश दिया था।
स्थगित नहीं होगी सुनवाई, पीठ ने किया था स्पष्ट
जस्टिस एएम खानविलकर और दिनेश माहेश्वरी की पीठ ने 3 जून की सुनवाई के दौरान यह भी कहा था कि कई छात्र भारत और विदेशों के कॉलेजों में प्रवेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं, ऐसे में दो सप्ताह की समय सीमा में कोई विस्तार नहीं किया जाएगा।
क्या हुआ था पिछली सुनवाई में
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना महामारी के बीच बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया। लेकिन परिणाम जारी करने के लिए बोर्ड द्वारा तैयार की जाने वाली मूल्यांकन नीति के बारे में पूछताछ की। पीठ ने कहा कि हमें यह जानकर खुशी हो रही है कि सरकार ने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है। लेकिन हम चाहते हैं कि अंकों के आकलन के लिए निर्धारित वस्तुनिष्ठ मानदंड हमारे सामने रखे जाएं। पीठ अंकों के आकलन के लिए तैयार किए गए मानदंडों पर गौर करेगी ताकि अगर किसी को आपत्ति है तो उससे निपटा जा सके। यह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले याचिकाकर्ताओं द्वारा मांगी गई राहत।
18 जून को सभी के लिए जारी हो सकती है मूल्यांकन नीति
बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद, सीबीएसई ने मूल्यांकन पद्धति तैयार करने के लिए 13 सदस्यीय पैनल का गठन किया था। जिसे 14 जून को अपनी रिपोर्ट देनी थी। हालांकि, समिति अब 18 जून को रिपोर्ट पब्लिक कर सकती है। वहीं अन्य केंद्रीय बोर्ड, सीआईएससीई, कक्षा 12 के परिणाम घोषित करने के लिए पहले से ही तैयार है।
दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं पर आधारित होगा परिणाम
सीबीएसई कक्षा 12वीं के परिणाम कक्षा 10वीं और कक्षा 11वीं में छात्रों के अंतिम प्रदर्शन को कक्षा 12वीं में प्राप्त प्री-बोर्ड अंकों के साथ जोड़कर बनाए जाने की संभावना है। यानी सीबीएसई कक्षा 12वीं बोर्ड के परिणामों के लिए कक्षा 10वीं के अंतिम परिणाम का 30 फीसदी + कक्षा 11वीं के अंतिम परिणाम का 30 फीसदी + कक्षा 12 प्री-बोर्ड परिणाम का 40 फीसदी लेगी।