कांग्रेस ने हमेशा उत्तराखंड के साथ किया सौतेला बर्ताव – 59 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए भाजपा ने लगाया आरोप

by sadmin

नई दिल्ली | उत्तराखंड विधान सभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने 59 उम्मीदवारों की पहली सूची को जारी कर दिया है। दिल्ली भाजपा मुख्यालय में उत्तराखंड उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि पार्टी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को हरिद्वार से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करते हुए उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि भाजपा राज्य में डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए ऐतिहासिक कामों के बल पर ‘ किया है, करती है और करेगी सिर्फ भाजपा’ के नारे पर राज्य में चुनाव लड़ने जा रही है।

वहीं, भाजपा राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी ने भी केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए दावा किया कि डबल इंजन की सरकार ने उत्तराखंड के विकास के लिए जो अभूतपूर्व काम किया गया है, उसे देखते हुए उन्हें विश्वास है कि देव भूमि की जनता भाजपा को एक बार फिर से आशीर्वाद देगी।

पार्टी ने अपनी पहली सूची में पूर्व मुख्यमंत्री बी सी खंडूरी की विधायक बेटी ऋतु खंडूरी सहित 10 वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने अपनी पहली सूची में 4 आध्यात्मिक गुरुओं के साथ-साथ 15 ब्राह्मण और 3 बनिया समुदाय के उम्मीदवार को भी चुनावी मैदान में उतारा है। पहली सूची में 10 प्रतिशत से ज्यादा सीटों पर महिला उम्मीदवारों को उतारा गया है। बॉलीवुड के मशहूर गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को चकराता और हाल ही में मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए गए हरक सिंह रावत के करीबी वर्तमान विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’ को रायपुर से पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है।

इसके साथ ही भाजपा ने मसूरी से गणेश जोशी, श्रीनगर से धन सिंह रावत, यमुनोत्री से केदार सिंह रावत, नरेंद्र नगर से सुबोध उनियाल, विकास नगर से मुन्ना सिंह चौहान, चौबट्टाखाल से सतपाल महाराज, सितारगंज से सौरभ बहुगुणा, नैनीताल से सरिता आर्य, सोमेश्वर से रेखा आर्य, सल्ट से महेश जीना और यमकेश्वर से रेणु बिष्ट को उम्मीदवार घोषित किया है।

गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में उत्तराखंड के लिए 59 उम्मीदवारों की पहली सूची को जारी करते हुए भाजपा नेताओं ने राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार उत्तराखंड राज्य का गठन कर रही थी, उस समय कांग्रेस ने इसका विरोध किया था। राज्य बनने के बाद भी यूपीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल में कांग्रेस उत्तराखंड के साथ सौतेला व्यवहार ही करती रही। उन्होने दावा किया कि 2014 में केंद्र में मोदी सरकार और 2017 में राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद ही राज्य के विकास को गति मिली है। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने भी कांग्रेस पर उत्तराखंड के सथ हमेशा सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनने जा रही है।

 

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