नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “मैंने राहुल गांधी को अपनी दिल की बात बता दी है, जो मुझे कहना था। अब वह अगले सप्ताह छत्तीसगढ़ आ रहे हैं।” इससे पहले बघेल ने अपने मंत्री टीएस सिंह देव के साथ सत्ता के टकराव के बीच राहुल गांधी के साथ आज तीन घंटे की बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि उनके प्रतिद्वंदी द्वारा सुझाया गया कोई “रोटेशन फॉर्मूला” नहीं था। बघेल ने यह भी कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ में सभी 70 कांग्रेस विधायकों का समर्थन प्राप्त है और उन्होंने राहुल गांधी को राज्य में खुद आने और स्थिति देखने के लिए आमंत्रित किया है।
इससे पहले राज्य के 50 से अधिक विधायकों ने लीडरशिप मुद्दे पर शु्क्रवार को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। ज्यादातर विधायक, मौजूदा सीएम भूपेश बघेल के प्रति समर्थन जताने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन से इंकार किया। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पूनिया के घर पर बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के विधायक पहुंचे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ राहुल गांधी की बैठक से पहले पूनिया के यहां विधायकों की बैठक हुई। बताया जाता है कि 50 से अधिक विधायक बघेल के साथ हैं।
छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल को अपने ही मंत्री टीएस सिंहदेव की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।बघेल और सिंहदेव, दोनों ने ही इसी सप्ताह राहुल गांधी से भेंट की थी। दोनों ही नेताओं ने कहा था कि पार्टी आलाकमान जो भी फैसला लेगा, हमें मंजूर होगा।
सीएम के तौर पर भूपेश बघेल की सरकार को जून में ढाई साल हो गए है। इसलिए सिंहदेव और उनके समर्थक पार्टी पर मुख्यमंत्री बदलने का दबाव बना रहे हैं। सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। सिंहदेव का दावा है कि उनसे वादा किया गया था कि बघेल के आधे कार्यकाल के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। वहीं, सीएम बघेल के करीबी सूत्रों का कहना है कि ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री बनाने जैसा कोई फॉर्मूला नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समय सरकार को अस्थिर करना विनाशकारी हो सकता है।
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