नई दिल्ली. भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला आज से हेडिंग्ले में खेला जाएगा. लॉर्ड्स में जबरदस्त जीत हासिल करने वाली टीम इंडिया सीरीज में 1-0 से आगे है. भारतीय टीम तीसरे टेस्ट मैच में भी इंग्लैंड पर दबदबा कायम रखना चाहेगी. इंग्लैंड की धरती पर पिछली 3 सीरीज बुरी तरह हारने वाली भारतीय टीम साल 2021 में बिलकुल नए रंग में दिख रही है. विरोधी टीमों के मन में भारतीय बल्लेबाजों से ज्यादा खौफ तेज गेंदबाजों ने पैदा कर दिया है. इसकी झलक इंग्लैंड में भी दिख रही है और मेजबान टीम को अपनी रणनीति भी बदलनी पड़ गई. अक्सर विदेशी पिचों पर भारतीय बल्लेबाजों को घास और उछाल वाली पिचों पर खेलना पड़ता था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के डर से अब ऐसा नहीं हो रहा है. खुद भारतीय कप्तान विराट कोहली भी लीड्स की पिच देखकर हैरान हैं.
कोहली को इस पिच पर बहुत घास की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हम ऐसी पिचें देख रहे हैं, जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी. मैंने सोचा था कि पिच पर बहुत घास होगी. यह अधिक जीवंत होगी. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.” पहले भारत विश्व स्तरीय स्पिन आक्रमण के लिए जाना जाता था लेकिन पिछले कुछ सालों में उनकी तेज गेंदबाजी इकाई ने कहर ढा रखा है. इसलिए मेजबान टीमों को पिच बनाने में काफी माथापच्ची करनी पड़ रही है. पिच अगर सपाट रहता है तो भारत के पास जडेजा और अश्विन की घातक स्पिन जोड़ी है. वहीं अगर पिच को तेज गेंदबाजों के अनूकुल बनाया जाता है तो टीम इंडिया के पास मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मोहम्मद सिराज जैसे खतरनाक तेज गेंदबाज हैं.लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया ने जिस तरह इंग्लैंड को दूसरी पारी में सिर्फ 52 ओवर में समेट दिया, उससे सबक लेते हुए मेजबान टीम ने पिच पर ज्यादा घास नहीं छोड़ी है. इस सीरीज में भारतीय टीम अब तक चारों पारियों में इंग्लैंड को ऑलआउट करने में सफल रही और सभी 40 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए हैं. दूसरी ओर जोफ्रा आर्चर, क्रिस वोक्स और स्टुअर्ट ब्रॉड के चोटिल होने की वजह से इंग्लैंड की गेंदबाजी बेहद कमजोर दिख रही है. मार्क वुड भी तीसरा टेस्ट नहीं खेल पाएंगे.
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4 तेज गेंदबाजों के साथ ही उतरेगा भारत
कोहली ने मंगलवार को कहा कि पिछले मैच में सफलता हासिल करने वाली टीम के संयोजन को बदलने का कोई कारण नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि अगर पिच स्पिनरों के अनुकूल हुई तो अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है. कोहली ने साफ कर दिया कि वह लीड्स टेस्ट के लिए विजयी एकादश में कोई बदलाव करने पर विचार नहीं कर रहे हैं.