ऑस्ट्रेलिया. दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ऑस्ट्रेलिया कोर्ट में वीजा रद्द को लेकर चल रहे केस को हार गए हैं। केस हारने के बाद अब उनको ऑस्ट्रेलिया से वापस भेजा जाएगा। साथ ही फेडरल कोर्ट उनके ऊपर 3 साल के लिए ऑस्ट्रेलिया में एंट्री पर बैन भी लगा दिया है। चीफ जस्टिस ऑलसॉप ने कहा- नोवाक जोकोविच के वीजा बहाल करने की अपील को खारिज कर दिया गया है।
ऑस्ट्रेलिया सरकार का क्या कहना है?
ऑस्ट्रेलिया सरकार ने जोकोविच को सार्वजनिक खतरा बताया है। ऑस्ट्रेलिया ओपन टूर्नामेंट में आने से पहले जोकोविच कोरोना संक्रमित थे, इसके बावजूद पिछले महीने अपने देश सर्बिया के कई कार्यक्रमों में उन्होंने भाग लिया था। जोकोविच ने खुद माना था कि उन्होंने पॉजिटिव रहते हुए भी एक पत्रकार से मुलाकात की थी। वो ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश करने के लिए इमिग्रेशन फॉर्म में गलतियां भी की थीं। इसके कारण वो जैसे ही ऑस्ट्रेलिया पहुंचे उनका वीजा रद्द कर दिया गया था।
सोमवार को होना था जोकोविच का पहला मुकाबला
20 ग्रैंड स्लैम जीत चुके नोवाक को गैर वरीयता प्राप्त हमवतन खिलाड़ी मिओमिर केक्मानोविक का सामना करना था। शेड्यूल के मुताबिक ये मैच सोमवार को खेला जाना था। इस बार जोकोविच आस्ट्रेलियाई ओपन टूर्नामेंट में अपने खिताब का बचाव करने के लिए कोर्ट में उतरने वाले थे, लेकिन अब ये संभव नहीं हो पाएगा। 2021 के ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में नोवाक जोकोविच ने डेनियल मेदवेदेव को 7–5, 6–2, 6–2 हराया था।
पहला केस जीता दूसरी बार हार गए
जोकोविच का दूसरी बार वीजा रद्द किया गया था। पहली बार वीजा रद्द होने के मामले में नोवाक ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के खिलाफ केस जीत लिया था। मेलबर्न कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा जोकोविच के वीजा रद्द करने के फैसले को गलत माना था।
अदालत ने आदेश दिया था कि उनका पासपोर्ट और बाकी जो भी सामान सरकार द्वारा जब्त किया गया है, उसे तुरंत वापस किया जाए। इसके बाद उन्होंने अभ्यास भी शुरू कर दिया था, लेकिन दूसरी बार कोर्ट ने ऑस्ट्रेलिया सरकार की बात मान ली है।