नई दिल्ली. नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के 18 दिन बाद शुक्रवार को अपना इस्तीफा वापस ले लिया। नाराज चल रहे सिद्धू ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद इस्तीफा वापस लेने की बात कही। पंजाब के प्रभारी हरीश रावत ने मीडिया को इसकी जानकारी दी। पंजाब कांग्रेस में सिद्धू के अचानक इस्तीफा देने के बाद उनके कांग्रेस छोड़ने के भी कयास लगने लगे थे, लेकिन दशहरा के दिन सिद्धू ने इस्तीफा वापस ले लिया। बृहस्पतिवार को संगठन महासचिव केसी. वेणुगोपाल और हरीश रावत से मुलाकात के बाद अपने कदम पीछे हटाने के संकेत दिए थे।
दरअसल 28 अक्तूबर को इस्तीफा देने के बाद सिद्धू ने जिस तरह के तेवर अपनाए, उससे केंद्रीय नेतृत्व की फजीहत शुरू हो गई, क्योंकि सिद्धू को अध्यक्ष बनाने का फैसला सीधे नेतृत्व का था। वहीं, जिस दिन कांग्रेस कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी का पार्टी में स्वागत कर रही थी उससे ठीक पहले सिद्धू ने इस्तीफा बम फोड़कर किरकिरी कराई थी। इसी बात से सोनिया गांधी के साथ राहुल और प्रियंका भी बेहद नाराज थे।
सिद्धू ने कहा…
बैठक के बाद सिद्धू ने मीडिया से कहा, मेरी जो चिंताएं थीं, मैंने राहुल जी के साथ साझा कर दी और सबका समाधान निकल गया।