नई दिल्ली। अमेजन ने देश के कृषि सेक्टर में दांव आजमाने की योजना शुरू की है। इसने किसानों के लिए ऐप लॉन्च किया है। इसका फोकस कृषि की फसल को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित करने का है।
अमेजन का कृषि सेक्टर में पहला कदम
देश के कृषि सेक्टर में अमेजन का यह पहला कदम है। हालांकि इस सेक्टर में टाटा, रिलायंस और फ्लिपकार्ट भी पहले से ही फोकस कर रहे हैं। अमेजन ने किसानों को फसलों पर अपना निर्णय लेने में मदद करने की बात कही है। यहां तक कि मशीन सीखने की तकनीक को लागू करने में भी वह मदद करेगी। इसके लिए किसानों को समर्पित मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के माध्यम से सही समय के बारे में जानकारी दी जा रही है।
अत्याधुनिक तकनीक से होगी मदद
अमेजन ने इस प्रोग्राम को रिएक्टिव और प्रोएक्टिव क्रॉप प्लान का नाम दिया है। यह प्रोग्राम उत्पादकों को अत्याधुनिक तकनीक और समझ प्रदान करने का वादा करता है। इसके साथ ही अमेजन उन कॉर्पोरेट दिग्गजों के क्लब में शामिल हो गई है जो चीन के बाद दुनिया की सबसे बड़ी वार्षिक फलों और सब्जियों की फसल का दोहन करने की उम्मीद कर रहा है। इसके साथ ही यह रिलायंस इंडस्ट्रीज, फ्लिपकार्ट और टाटा समूह के क्लब में भी शामिल हो गई है।
टाटा ने बिग बास्केट को खरीदा है
टाटा ने हाल में ऑनलाइन ग्रॉसरी बिगबास्केट का अधिग्रहण किया है। इन सबका लक्ष्य छोटे किसानों के प्रभुत्व वाले उद्योग को आधुनिक बनाने में उनकी मदद करना है। साथ ही तापमान नियंत्रित गोदामों (warehouses) और रेफ्रिजेरेटेड ट्रकों जैसे नए बुनियादी उपकरण हासिल कर उनके व्यवसायों को बढ़ावा देना है। भारतीय ऑनलाइन कॉमर्स इंडस्ट्री पर अपना दबदबा बनाने के लिए फल, सब्जियों और अन्य किराने के सामान के फ्लो को बनाए रखना एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।
ई-कॉमर्स में वृद्धि को अनलॉक करने की योजना
टेक्नोपैक एडवाइजर्स के चेयरमैन अरविंद सिंघल ने कहा कि जब तक अमेजन, वॉलमार्ट, रिलायंस और अन्य कृषि सप्लाई चेन में अपनी पैठ नहीं बना पाते, वे ई-कॉमर्स में बड़ी वृद्धि को अनलॉक नहीं कर सकते। किसानों के साथ मजबूत संबंध बनाकर जमीनी स्तर पर उनका गुडविल हासिल करने से उन्हें हर लिहाज से मदद मिलेगी।
मोबाइल ऐप में कई अलर्ट मिलेंगे
एक बयान में अमेजन ने कहा कि उसका मोबाइल ऐप अलर्ट प्रदान कर मिट्टी, कीट, मौसम, बीमारी और अन्य फसल से संबंधित प्रश्नों के उत्तर भी देने वाला है। यह फलों और सब्जियों में दोषों का पता लगाने के लिए मशीन लर्निंग एल्गोरिदम भी प्रदान कर सकता है। इसके साथ ही यह किसानों को अमेजन फ्रेश फुलफिलमेंट सेंटर्स तक ट्रांसपोर्ट के लिए उत्पादों की छंटाई, ग्रेडिंग और पैकिंग में मदद करेगी। सिंघल ने कहा कि इस तरह के प्रयास में समय लगता है। इसका पूरा मिलने में सालों लग सकते हैं।