20 जून, रविवार को फादर्स डे मनाया जाएगा। अपने जीवन में पिता के महत्व को दर्शाने के लिए फादर्स डे मनाया जाता है। इस फादर्स डे पर जानिए आपको पिता होने के नाते अपने बच्चों के साथ दिन में कितना समय बिताना चाहिए।
दक्षिणापथ. बच्चों के लिए माता और पिता दोनों बहुत जरूरी होते हैं। पिता के होने से भी बच्चों को कई तरह के फायदे मिलते हैं लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में माता-पिता के पास इतना समय नहीं होता है कि वो अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकें।
हालांकि, अगर पिता अपने बच्चों को दिनभर में पर्याप्त समय नहीं देते हैं तो इससे बच्चों को कई तरह के नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
समय की कमी है समस्या
विशेषज्ञों की मानें तो बच्चों की परवरिश में पैरेंट्स के लिए समय की कमी होना सबसे बड़ी दिक्कत है। पैरेंट्स काे पता नहीं होता कि उन्हें बच्चों को कैसे और कितना समय देना है। कई फादर्स को तो यही शिकायत रहती है कि वो अपने बच्चों के साथ पर्याप्त समय नहीं बिता पाते हैं इसलिए उनके साथ थोड़ा क्वालिटी टाइम बिताने की कोशिश करते हैं।
हालांकि, बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना सही है लेकिन बच्चों को क्वालिटी टाइम नहीं बल्कि सिर्फ आपका समय चाहिए होता है।
पिता से क्या सीखते हैं बच्चे
बच्चों के लिए पिता लीडर, मार्गदर्शक और प्रतीक का काम करते हैं। अगर पिता अपने बच्चों को समय न दें उनका कोई प्रभाव बच्चे पर नहीं पड़ता है और न ही बच्चे के लिए पिता की कोई खास छवि बन पाती है। पुरुष होने के असली महत्व को बच्चे कंप्यूटर गेम से नहीं बल्कि अपने पिता से समझते हैं। वहीं, लड़कियां अपने पिता पर भरोसा करती हैं और उन्हें देखकर बहुत कुछ सीखती भी हैं।
बच्चों को कितना समय दें पिता
सामान्य तौर पर पिता अपने बच्चों के साथ एक दिन में लगभग 7 मिनट बिताते हैं जो कि किसी भी लिहाज से पर्याप्त नहीं है। दिन में सात मिनट बिताकर पिता अपने बच्चों को कोई अच्छी सीख नहीं दे सकते हैं।
हर पिता को अपने बच्चों के साथ कम से कम एक घंटा तो रोज बिताना ही चाहिए। फादर को अपने बच्चों से बात करनी चाहिए, उनके साथ खेलना चाहिए और बच्चों के कामों में उनकी मदद करनी चाहिए।