नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार द्वारा तय प्राथमिकता क्रम का हर हाल में उसका ढंग से पालन किया जाए। कोई भी कितना महत्वपूर्ण व्यक्ति क्यों न हो, तय क्रम आने के बाद ही उसका वैक्सीनेशन होगा। मुख्यमंत्री ने इस अभियान को लेकर किसी तरह का भ्रम अथवा अराजकता फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों सहित पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए वृहद टीकाकरण अभियान जल्द शुरू होने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में आतुरता स्वाभाविक है, लेकिन यह आतुरता किसी भी दशा में वैक्सीन की सुरक्षा के लिए नुकसानदायक नहीं होनी चाहिए। इसलिए वैक्सीन की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। टीकाकरण अभियान से जुड़े सभी स्थलों पर केवल अधिकृत व्यक्ति ही रहें। सतत मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी तैनात हों जो टीकाकरण केंद्रों पर भ्रमण करते रहें। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पहले चरण में सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। करीब नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 1500 स्थलों पर 3000 सत्र होंगे। इस तरह एक दिन में तीन लाख और तीन दिन में नौ लाख स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। चौथे दिन इस श्रेणी के छूटे हुए लोगों को एक अवसर दिया जाएगा। इसके बाद, दूसरे चरण में पुलिस, जेल कर्मी, होमगार्ड, नगरीय निकायों के स्वच्छता कर्मियों और सर्विलांस आदि कार्यों में लगे राजस्व कर्मियों को टीका लगेगा। तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोग तथा 50 वर्स से कम आयु के ऐसे लोग जो डायबिटीज, कैंसर आदि गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनका वैक्सीनेशन होगा।
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