वाराणसी | सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर वाराणसी पहुंचे सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी का समर्थन किया है.
ओमिक्रॉन के बढ़ते हुए मामलों को देखने के बाद और इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग और पीएम से चुनावी रैलियां आगे बढ़ाने के लिए कहा है, लेकिन बीजेपी, पीएम और यूपी के मुख्यमंत्री को सिर्फ वोट से मतलब है. जनता मरे या कुछ हो जाए, इससे उन्हे कोई लेना देना नही.
सुभासपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि जब यूपी की जनता कोरोना में बेड के लिए, वेंटिलेटर के लिए, ऑक्सीजन के लिए, अस्पताल में भर्ती होने के लिए तरस रही थी, तो ये दोनों नेता बंगाल में वोट मांग रहे थे. ये कोरोना में चुनाव करा लिए. जब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ऐसा कहा है तो बीजेपी को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और निर्णय लेना चाहिए.
सपा नेताओं के घर हो रही छापेमारी को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जो अरबो की फैक्ट्री खोला हो, क्या उसके घर करोड़ो रूपये नही हो सकते हैं. आखिर अपने कर्मचारियों का पैमेंट वो कहा से करेगा. जब वो अपना प्रोडक्ट बेचेगा और पैसा इकठ्ठा करेगा, तभी तो सैलरी देगा. मगर बीजेपी सिर्फ सपा के घरों में ही पैसा तलाश रही. मैं कहता हूँ कि जितना बड़ा घोटाला बीजेपी के विधायक और अधिकारी कर लिए राममंदिर में इसका खुलासा हुआ. क्या वहां छापेमारी हुआ?
राजभर ने आगे कहा कि जितने मिनिस्टर केंद्र में है इनके अगर इनसभी के यहां ईडी पहुंचा दे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. सपा के बीजेपी पर कैंचीजीवी होने के आरोप पर पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं महोबा गया था, वहां के सर्किट हाउस में मुझसे पूर्वान्चल के कुछ लोग मिलने आये थे. उन्होंने बताया कि यहां सपा शासनकाल में एक बांध बना था जिसका उद्घाटन शिवपाल सिंह यादव ने किया था उसी का उद्घाटन दुबारा पीएम मोदी कर के गए हैं.