राजनांदगांव। सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) सदस्य की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। प्रेमिका पर शक के आधार पर पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, वह लगातार अपने को बचाने के लिए पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करती रही, पर अंत में हत्यारी प्रेमिका टूट गई।
अंत में ये बात सामने आई कि सीडब्ल्यूसी सदस्य की हत्या उसकी ही शादीशुदा प्रेमिका ने अपने दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर की थी। इसके बाद ड्रम में भरकर लाश को 60 किलोमीटर दूर जंगल में फेंक दिया। आरोपी यही नहीं रुके, दोनों ने मिलकर शख्स का चेहरा जला दिया और उसे नग्न हालत में छोड़कर वहां से भाग निकले। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार बाल कल्याण समिति के सदस्य चंद्रभूषण ठाकुर (55) बुधवार से लापता थे। उसकी गर्लफ्रेंड लाभिनी साहू ने चंद्रभूषण ठाकुर की पत्नी को फोन कर कहा था कि चंद्रभूषण का कुछ पता नहीं चल पा रहा है वो लापता हो गए हैं। इसी आधार पर चंद्रभूषण के परिजनों ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था।
कोटनापानी जंगल में मिली लाश चंद्रभूषण की निकली
पुलिस इस केस में जांच कर रही थी। बताया गया कि पुलिस को चंद्रभूषण की कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। इस बीच शुक्रवार को पता चला कि राजनांदगांव से 60 किलोमीटर दूर डोंगरगढ़ के बोरतलाब के कोटनापानी जंगल में एक शख्स की लाश मिली है। उसका चेहरा जला हुआ है। जांच करने पर उसकी पहचान चंद्रभूषण ठाकुर के रूप में हुई। इसके बाद से पुलिस इस केस में हत्या के एंगल से जांच कर रही थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने पहले चंद्रभूषण का मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया। वहीं उसकी गाड़ी का पता लगाया। जानकारी में पुलिस को चंद्रभूषण की गाड़ी लखोली में लाभिनी साहू के घर के पास मिली। इसके अलावा ये भी पता चला कि चंद्रभूषण का फोन लखोली में ही बंद हुआ था।
सीसीटीवी कैमरों का मिला सहारा
जांच में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की तलाश की थी। जिसमें लाभिनी किसी शख्स के साथ एक्टिवा गाड़ी में डोंगरगढ़ की तरफ जाते दिखी थी। इस पर पुलिस को उसकी प्रेमिका लाभिनी साहू पर शक हुआ। इसी आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। मगर शुरुआत में वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करती रही। बाद में पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। तब उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
लाभिनी के सहयोगी को भी गिरफ्त में लिया
आरोपी ने पुलिस को बताया कि पूरी वारदात को उसने अपने दूसरे प्रेमी ठेलकाडीह निवासी नूतन साहू (25) के साथ मिलकर अंजाम दिया है। लाभिनी के बयान के बाद पुलिस ने नूतन को भी हिरासत में ले लिया था। इसके बाद दोनों से पूछताछ की गई। लाभिनी ने बताया कि कुछ समय पहले चंद्रभूषण को पता चल गया था कि मेरा नूतन के साथ प्रेम प्रसंग है। ये जानने के बाद से चंद्रभूषण मुझसे अपने दिए हुए पैसे वापस मांग रहा था। उसने मुझे फास्ट फूड सेंटर खोलने के लिए पैसे दिए थे। मैं दुकान भी खोल ली थी। मगर चंद्रभूषण को मेरे अफेयर के बारे में जब से पता चला वो मेरे ऊपर आएदिन पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाता था। बार-बार विवाद करता था। इसी बात से मैं तंग आ गई थी। इसलिए मैंने उसे बुधवार को अपने घर मिलने के लिए बुलाया था।
मिलने के बहाने बुलाया और गला घोंट दिया
मृतक चंद्रभूषण ठाकुर।
पुलिस को आरोपियों ने बताया कि जैसे ही चंद्रभूषण मिलने के लिए पहुंचा वैसे ही दोनों ने मिलकर चंद्रभूषण का गमछे से गला घोंट दिया। इसके बाद दोनों ने प्लान के मुताबिक उसे एक प्लास्टिक के नीले ड्रम में भरा। फिर दोनों एक्टिवा से ही लाश लेकर निकल गए और जंगल में लाश फेंक दी। आरोपियों ने बताया कि किसी को शक ना हो। इसलिए हमने लखोली में ही उसका फोन बंद कर दिया था। आरोपियों ने कहा शव फेंकने के दौरान हमने उसका चेहरा जला दिया जिससे किसी को शक न हो और उसके कपड़े को उतारकर भानपुरी नदी में फेंक दिया। साथ में फोन भी उसका वहीं फेंक दिया था। इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे रहा लाभिनी का जीवन
लाभिनी पहले से शादीशुदा थी मगर उसने अपने पति को छोड़ दिया था और चंद्रभूषण के साथ उसका अफेयर चल रहा था। पुलिस के अनुसार इस मामले में आरोपी लाभिनी के पति का अफेयर किसी अन्य युवती के साथ था। बच्चों की कस्टडी से जुड़े मसले में सीडब्लूसी में प्रकरण पहुंचा था। चंद्रभूषण की जॉइनिंग बतौर सदस्य नवंबर 2020 में हुई थी। इस वजह से प्रकरण की दूसरी सुनवाई में उसकी मुलाकात चंद्रभूषण से साल भर पहले हुई थी। उनकी बातचीत बढ़ती गई और प्रेम का संबंध बन गया। गुरुद्वारा के पास एक फास्ट फूड का सेंटर खोलने में लाभिनी की मदद चंद्रभूषण ने ही की थी। डेढ़ से दो लाख रुपए की मदद करने की जानकारी अब तक सामने आई है।