दक्षिणापथ. नई दिल्ली
दुनियाभर में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन को लेकर एक राहत की खबर है। अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन का दावा है कि उनकी सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन बीटा वैरिएंट की तुलना में डेल्टा वैरिएंट खिलाफ अधिक कारगर है। कंपनी ने कहा कि उनकी वैक्सीन वायरस के सभी वैरिएंट के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा देती है।
85% तक कारगर है वैक्सीन
कंपनी ने कहा कि उनकी एंटी कोविड -19 वैक्सीन लेने वाले लोगों में डेल्टा सहित सभी वेरिएंट के खिलाफ कम से कम आठ महीने के दौरान मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी पैदा की है। कंपनी ने कहा कि उनकी वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ 85% तक कारगर है। कंपनी ने कहा कि उनकी वैक्सीन अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने और वायरस से होने वाली मौतों को रोकने में भी मदद करती है।
मजबूत न्यूट्रलाइज़िंग एंटीबॉडी रिस्पॉन्स
जॉनसन एंड जॉनसन के ड्रग बिजनेस के रिसर्च एंड डेवलपमेंट हेड मथाई मैमन ने कहा कि अब तक की गई स्टडी के आधार पर 8 महीनों के मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि सिंगल-शॉट जॉनसन एंड जॉनसन COVID-19 वैक्सीन एक मजबूत न्यूट्रलाइज़िंग एंटीबॉडी रिस्पॉन्स डेवलप करती है। कंपनी ने रिसर्च रिपोर्ट के हवाले से बताया कि उनकी वैक्सीन ने 29 दिनों के भीतर डेल्टा वेरिएंट को बेअसर कर दिया। साथ ही इससे मिलने वाली सुरक्षा समय के साथ बेहतर हो गई।
दुनिया में सबसे ज्यादा हावी डेल्टा वैरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि एक अनुमान के मुताबिक कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के मामले अब करीब 100 देशों में सामने आ चुके हैं। WHO ने आगाह किया कि आने वाले महीनों में यह बेहद संक्रामक स्वरूप पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का सबसे हावी स्वरूप बन जाएगा। डब्ल्यूएचओ ने ”कोविड-19 वीकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट” में आंकड़े साझा करते हुए कहा कि 29 जून 2021 तक ”96 देशों में डेल्टा स्वरूप के मामले सामने आए और संभव है कि वास्तविक आंकड़ें अधिक हों क्योंकि वायरस के स्वरूप पता लगाने के लिए जिनोम सीरीज क्षमताएं भी सीमित हैं।