-स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में हो रहे हैं प्रयास- कलेक्टर
-जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह से आरएनएस की बातचीत
दक्षिणापथ, सूरजपुर। जिले में नए कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह के पदास्थापना के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी कुछ कसावट आई है। लोगों को सहज व सरल ढंग से न केवल शहर में बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो रही है। कोरोना के तीसरी लहर के रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन अभी सही तैयारियों को मूर्तरूप देने में लगा हुआ है। जिले में पिछले दो माह से कोरोना संक्रमण में वृद्धि को लेकर लॉकडाउन लगाया गया था जिले में नए कलेक्टर की पदस्थापना के बाद स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में निरंतर प्रयास के बाद पिछले सप्ताह भर से कोरोना के केसों में गिरावट आई, जिसके मद्देनजर लॉकडाउन में ढील दी गई है जो राहत की बात है। जिले में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास व कोरोना की तीसरी लहर को लेकर प्रशासन की तैयारियों के संबंध में कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह से हमारे आरएनएस के संवाददाता विनय मिश्रा ने चर्चा किया किया जिसका अंश प्रस्तुत है.।
कोरोना वैक्सीनेसन को लेकर क्या प्रयास किए गए हैं?
कोरोना संक्रमण को रोकने वैक्सीन ही एक मात्र उपाय है। जिले में वैक्सीनेशन तीव्र गति से किया जा रहा है 1 लाख 77812 को लोगों का वैक्सीनेशन अभी तक लगाया गया है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिनों, आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा घर-घर सर्वे कर एवं शहरी क्षेत्रों में नगर पालिका दल एवं वालेंटियर द्वारा राशन दुकानों में वैक्सीनेसन हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जिले में रियायतों को लेकर बताएं?
लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिले में अनलॉक के दौरान कुछ रियायतें दी गई हैं, जिसके तहत् दुकानों को निर्धारित समय पर खोलने के अनुमति दी गयी है। दुकानों का संचालन करने वाले व दुकानों काम करने वाले और उनके परिजनों का कोविड 19 टेस्ट समय-समय पर कराने को कहा गया है जिले में अब तक 3 लाख 31347 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है जिसमें से आरटी पीसीआर टेस्ट 67 हजार 487 एंटीजन टेस्ट 2 लाख 31 हजार 447 टू नांट 32 हजार 413 है
कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था के संबंध में बताईये ?
कोरोना से निपटने के लिए जिले में वर्तमान में लगभग 600 बैड की व्यवस्था की गई है। बैड की संख्या में विस्तार और किया जा रहा है। आगामी दिनों में पॉलिटेक्निक कॉलेज में 100, पंडित रेवती रमण विश्वविद्यालय 150 लावलीहुड कॉलेज 1500 एमसीएच 150 एसईसीएल बिश्रामपुर 40 रामानुजनगर 10 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार किया गया है । जिले में अब तक 28 हजार 511 पॉजीटिव केस पाये गये हैं। जिसमें से 27 हजार 615 लोगों कोरोना से स्वस्थ हुए है। एक्टिव केस की संख्या 629 है। अभी तक जिले में कोरोना संक्रमित से मौत की संख्या 267 है।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान आक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता की पूर्ति कैसे होगी?
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के आने की आशंका विशेषज्ञों द्वारा जताई जा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक सुदृढ बनाने तथा इसकी रोकथाम के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। जिले में ऑक्सीजन बेड्स एवम आई सी यू बेड्स बनाया जा रहा है। इसमें जीएनएम सेंटर में आईसीयू बेड बनाया जाने की कार्यवाही चल रही है। इसके साथ ही एमसीएच में कोविड केयर सेंटर बनाया बनाया जाएगा दूसरे फ्लोर एवं तीसरे फ्लोर में एवं पुराने जिला चिकित्सालय को भी बनाया जाएगा ।
20 जून को रायपुर के टीम आएंगे प्रशिक्षण देने सूरजपुर ?
तीसरी लहर कोरोना संक्रमण को देखते हुए रायपुर के टीम सूरजपुर जिले में 20 जून को आकर सूरजपुर स्वास्थ अमला को प्रशिक्षण देंगे रायपुर के बाल गोपाल चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टर अशोक भट्टर की पूरी टीम आएंगी और एक दिन प्रशिक्षण देंगे जिससे हम लोगों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे सकेंगे।
कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के लिए क्या व्यवस्था की गई है ?
जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के लिए शासन के निर्देशानुसार नि:शुल्क दवा किट दिया जा रहा है। प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों के त्वरित इलाज और उन्हें गंभीर स्थिति में पहुंचने से बचाने के लिए मितानिनों एवं सर्विलेंस टीमों द्वारा दवाईयों की किट नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस किट में आइवरमैक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, पैरासिटामॉल, विटामिन सी और जिंक की टैबलेट शामिल हैं। कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को दवा किट उपलब्ध कराने के अच्छे परिणाम आए हैं। इससे जिले में संक्रमण की रफ्तार को रोकने में का मदद मिली है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में 65000 किट बनाए गए हैं जिसको सभी जनपदों पंचायत में उपलब्ध कराया जा रहा है।
कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर क्या कार्रवाई की जाएगी ?
कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्थलों में मास्क न पहनने की स्थिति में राज्य सरकार द्वारा जुर्माना का प्रावधान किया गया है। जिले में अब तक हजार लोगों से लाख रुपये की वसूली की गई है। इसके साथ ही वैवाहिक एवं सामाजिक कार्यक्रम में नियमों उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही निरंतर जारी है। कोरोना संक्रमण के लिए जिले में किए जा रहे प्रयासों से संक्रमण दर में तेज गिरावट आयी है। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है लोगों को कोरोना गाइडलाइन के पालन के लिए समझाइश दें और फिर भी ना माने तो उन पर जुर्माना की कार्यवाही की जाए
जिले के आम जनता कोरोना की लड़ाई में जिला प्रशासन का किस प्रकार साथ दे ?
कोरोना वायरस (कोविड़-19) के संक्रमण के रोकथाम के लिए लॉकडाउन के दौरान जिले वासियों का पूरा सहयोग मिला है लॉकडाउन में घर में ही रह रहे हैं। दैनिक रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवारों, नि:शक्तजनों, आश्रयहीन लोगों के समक्ष भोजन और राशन की समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे लोगों को भोजन की दिक्कत न हो, इसके लिए अनेक समाजसेवी संस्थाए, नागरिक और संगठन एवं प्रशासन की टीम द्वारा राशन पहुँचा गया है। ऐसी सेवाएं जारी रहे और अनलॉक के दौरान भी कोविड नियमों का पूरी तरह पालन करते हुए व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का संचालन किया जाए ताकि हम सब मिलकर कोरोना की जंग को जीत सकें अनलॉक का मतलब यह नहीं कि कोविड संक्रमण का दौर समाप्त हो चुका है बल्कि लोगों को थोड़ी ढील देकर राहत दी गई है और सभी के सहयोग से ही इस लड़ाई पर विजय मिलेगी।
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