नई दिल्ली । ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो ने अपने आईपीओ से पहले 50 करोड़ डॉलर यानी 3651 करोड़ रुपए की फ्रेश फंड्स जुटाए हैं। इसे कंपनी की प्री-आईपीओ फंडरेजिंग के रूप में देखा जा रहा है। इससे कंपनी का वैल्यूएशन अब 5.5 बिलियन डॉलर यानी 40,162 करोड़ रुपए से अधिक जाएगा। इस फंडिंग राउंड में कंपनी को उसके मौजूदा निवेशकों से 25 करोड़ डॉलर के फ्रेश कैश मिले हैं।
भारत और चीन के बीच जारी तनाव के कारण चीनी कंपनी एंट ग्रुप और सनलाइट फंड द्वारा शेयर्स की बिक्री से कंपनी को 25 करोड़ डॉलर प्राप्त होंगे। कंपनी के मौजूदा निवेशकों टाइगर ग्लोबल, कोरा इंवेस्टमेंट्स, स्टीडव्यू, फिडेलिटी, बो वेव और वाई कैपिटल के साथ ड्रैगोनियर ग्रुप ने इस लेटेस्ट फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया।
सूत्रों ने बताया कि इस फ्रेश कैश इंफ्यूजन से कंपनी के पास कुस कैश अब 1 बिलियन डॉलर यानी 7300 करोड़ से अधिक हो गया है। आपको बता दें कि जोमैटो की तैयारी इस साल जून में आईपीओ लाने की है। एक खबर के अनुसार, जोमैटो ने इसके लिए गोल्डमैन सैक्स, मार्गन स्टेनले, क्रेडिट सुइसेज और कोटक महिंद्रा को इस आईपीओ का लीड मैनेजर नियुक्त किया है।
चीन के अलावा ग्रुप की कंपनी एंट ग्रुप ने कहा कि कंपनी जोमैटो में अपना कुछ हिस्सा बेचेगी। इसके बाद इन्फोएज के फाउंडर संजीव बिखचंदानी गुरुग्राम बेस्ड जोमैटो के सबसे बड़े स्टेकहोल्डर बन जाएंगे और कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 17 फीसदी हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले जोमैटो में एंट ग्रुप सबसे बड़ी स्टेकहोल्डर थी और उसके पास कंपनी की 25 फीसदई से अधिक हिस्सेदारी थी।
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