नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का कहना है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पूरी शक्ति से चुनाव लड़ रही है। उन्होंने कहा कि विकास, बेरोज़गारी, महंगाई, महिलाओं की सुरक्षा के जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए वो मुद्दे मुख्य तौर पर कांग्रेस उठा रही है। कांग्रेस जनता की आवाज़ उठा रही है, आशा है कि इसका नतीजा अच्छा होगा। यूपी में कांग्रेस पार्टी की तरफ से सीएम कैंडिडेट को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा, सीएम का चेहरा कौन बनेगा और कौन नहीं। ये पार्टी का तरीका है। मैं ये नहीं कह रही हूं कि सीएम का चेहरा मैं ही हूं। वो मैंने चिढ़ कर कह दिया क्योंकि बार-बार वो ही सवाल पूछे जा रहे थे।
प्रियंका ने कहा, सभी राजनीतिक दल असलियत को छुपाकर चुनाव के समय ऐसे मुद्दे उठाना चाह रहे हैं जो जज़्बाती हैं जैसे जाति, सांप्रदायिकता पर आधारित मुद्दे क्योंकि वो विकास की बात नहीं करना चाहते हैं। इससे नुकसान सिर्फ जनता और फायदा राजनीतिक दलों का होता है। कांग्रेस नेता ने कहा, ”इस सरकार ने बेरोज़गारों नौजवानों के लिए क्या किया है? चुनाव आता है तो कहते हैं कि 25 लाख नौकरियां देंगे, कभी ये समझाया है कि रोज़गार कहां से आएगा? हमने ये कहा कि हम 20 लाख नौकरियां देंगे, हमने हवा में नहीं कहा। हमने पूरा घोषणापत्र निकाला है।” उन्होंने कहा, ”5 साल से उत्तर प्रदेश में इनकी सरकार है, इनको पिछला महीना ही मिला हवाईअड्डे, हाईवे का उद्घाटन करने और नई इंडस्ट्री लगाने के लिए। क्या इससे पहले इनके पास समय नहीं था? चुनाव के सिर्फ एक महीने पहले आप सब घोषणाएं कर रहे हैं, घोषणाएं करनी हैं तो ठोस तरह से करें। गठबंधन के सवाल पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ”हम किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार थे, लेकिन ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई और हम अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। एक तरह से ये हमारी पार्टी के लिए अच्छा है। हमने काफी समय से यूपी में बहुत ज़्यादा सीटों से चुनाव नहीं लड़ा है। जब एक पार्टी 400 सीटों में से सिर्फ 100 या 200 सीटों पर चुनाव लड़ती है तो ये बात साफ है कि पार्टी जिन सीटों पर चुनाव नहीं लड़ती है उन सीटों पर वो कमजोर होती जाती है। हमारी पार्टी के लिए अकेले चुनाव लड़ना और अपनी पार्टी को सशक्त बनाना बहुत जरूरी था।” चुनाव के बाद भाजपा से गठबंधन के सवाल पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ”ये दरवाजा बीजेपी के लिए एक दम बंद है और बाकी पार्टियों के लिए खुला है। समाजवादी पार्टी और भाजपा एक हद तक एक ही बिसात पर खेल रहे हैं क्योंकि दोनों का फायदा उसी तरह की राजनीति से हो रहा है। मायावती को लेकर एक सवाल पर बोलीं प्रियंका मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि चुनाव भी आ गया लेकिन फिर भी वो सक्रिय नहीं हुईं, हो सकता है कि उन पर भाजपा सरकार का दबाव हो।
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