दक्षिणापथ. राज कुंद्रा पॉर्न फिल्म केस (Raj Kundra Porn Film Case) की तह तक पहुंचने की कोशिश रही मुंबई पुलिस उस वक्त चौंक गई, जब पता चला कि मामले दो आरोपी असल में एक ही शख्स हैं। जी हां, किसी फिल्मी कहानी की तरह पोर्नोग्राफी के केस में दिलचस्प ट्विस्ट आया है। पुलिस ने अपनी 4000 पन्नों की चार्जशीट में अरविंद कुमार श्रीवास्तव और यश ठाकुर नाम के दो आरोपियों को शामिल किया है। लेकिन अब पता चला कि यह दोनों असल में एक ही इंसान (Arvind kumar Srivastava aka Yash Thakur) है। यह वही आरोपी है, जिसने पिछले दिनों यह दावा किया था कि राज कुंद्रा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस को 25 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
यश ठाकुर की हो चुकी है मौत
अरविंद कुमार श्रीवास्तव उर्फ यश ठाकुर ममाले में फरार है। बीते दिनों इसने आरोप लगाया था कि गिरफ्तारी से बचने के लिए क्राइम ब्रांच के अधिकारी उनसे भी रिश्वत मांग रहे हैं। अब उनका कहना है कि इस पूरे मामले में उन्हें फंसाया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने घूस देने से इनकार कर दिया। ‘मिड डे’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने जिस यश ठाकुर के नाम का चोला पहना, उस यश ठाकुर की इंदौर में ब्रेन ट्यूमर से 2020 में ही मौत हो चुकी है।
‘मैंने अक्षय कुमार की तरह दो नाम इस्तेमाल किए’
रिपोर्ट में बताया गया है कि क्राइम बांच के सामने यह भेद तब खुला, जब यश ठाकुर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया। इसी दौरान खबर लगी कि अरविंद कुमार श्रीवास्तव एक मृत व्यक्ति के नाम का फर्जी इस्तेमाल कर रहा है। अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने एक पोर्टल से बातचीत में कहा कि उसने ‘अक्षय कुमार की तरह अपनी दो पहचान बनाई, जैसा कि फिल्म इंडस्ट्री में बहुत से लोग करते हैं।’ गौरतलब है कि बॉलिवुड ऐक्टर अक्षय कुमार का असली नाम राजीव भाटिया है। उन्होंने सिनेमाई पर्दे के लिए अपना नाम अक्षय कुमार रखा है।
एक खुफिया एजेंसी की पत्नी की कंपनी से जुड़े तार
अरविंद कुमार श्रीवास्तव अपने उस बयान पर कायम हैं कि उनका संबंध इरॉटिक फिल्मों से है, पॉर्न फिल्मों से नहीं। क्राइम बांच की जांच में यह बात भी सामने आई है कि अरविंद भोपाल की एक एजेंसी के बदले एक वेबसाइट चलाते थे। पुलिस ने पाया है कि भोपाल स्थित एक खुफिया एजेंसी के अधिकारी की पत्नी के ‘फ्लिज़ मूवीज ओपीसी प्राइवेट’ नाम कंपनी की मालकिन है। उस अधिकारी ने पुलिस को बताया कि अरविंद कुमार श्रीवास्तव उर्फ यश ठाकुर ने 2005 में याहू मैसेंजर के जरिए उनसे संपर्क किया था और ओटीटी प्लेटफॉर्म की बात की थी, जिस पर अवॉर्ड विनिंग शॉर्ट मूवीज दिखाई जाएंगी। अधिकारी ने आरोप लगाया है कि जब उन्होंने इसे खोलने का फैसला किया, तो ठाकुर ने कंपनी के मामलों को संभाला। हालांकि, जब यह पता चला कि पोर्टल पर पॉर्न कॉन्टेंट है तो उन्होंने अगस्त 2020 में हाथ पीछे खींच लिए।
यश ठाकुर ने बाद में खरीद ली कंपनी
इस अधिकारी ने क्राइम ब्रांच को यह भी बताया है कि उन्होंने यश ठाकुर से यह भी कहा कि वह इस पोर्टल को बंद कर दें। दोनों की इसको लेकर बहुत बहस हुई थी, क्योंकि पोर्टल अधिकारी की पत्नी के नाम पर था। बाद में, उनकी कंपनी को ‘न्यूफ्लिक्स’ ने खरीद लिया। पुलिस का कहना है कि ये ‘न्यूफ्लिक्स’ अरविंद कुमार श्रीवास्तव की ही कंपनी है। दूसरी ओर, अरविंद श्रीवास्तव का कहना है कि वह इसी किसी अधिकारी को नहीं जानते हैं और वह ‘न्यूफ्लिक्स’ में सिर्फ एक मिडिलमैन की तरह हैं। इस वेबसाइट पर भी पॉर्न कॉन्टेंट प्रसारित करने के आरोप हैं।
पुलिस की रिमांड अप्लीकेशन में यश ठाकुर का नाम
क्राइम ब्रांच ने इस मामले में अभी तक राज कुंद्रा समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले ही कार्रवाई करते हुए यश ठाकुर के अकाउंट्स में 4.5 करोड़ रुपये सीज किए गए थे। पुलिस ने फरवरी महीने में जब मड आइलैंड के बंगले में छापेमारी की थी, तब कोर्ट में गहना और अन्य आरोपियों की जो रिमांड अप्लीकेशन सौंपी थी, उसमें यश ठाकुर का नाम है। यश ठाकुर के खिलाफ मध्य प्रदेश के माधवगंज पुलिस स्टेशन में साल 2020 में आईपीसी के सेक्शन 354 (डी), 341, 294 और 506 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
तनवीर हाशमी ने लिया था यश ठाकुर का नाम
सूरत से गिरफ्तार तनवीर हाशमी नाम के आरोपी ने यश ठाकुर का पहली बार नाम लिया था। उसने बताया था कि वह यश ठाकुर के लिए ही पॉर्न फिल्म बनाता था। यश ठाकुर के अपने OTT ऐप्स हैं। गहना वशिष्ठ ने भी बताया कि वह इस यश ठाकुर से करीब दो साल से संपर्क में थीं, लेकिन वह कभी उनसे मिली नहीं। पुलिस को शुरुआती जांच में भी यह शक हुआ था कि यश ठाकुर का असली नाम कुछ और है।