पीड़िता को अपहरण कर आरोपी द्वारा इंदौर में किराए के मकान में पहचान छिपाकर रखा गया था
पीड़िता की बरामदगी पर परिजनों ने दुर्ग पुलिस व पुलिस अधीक्षक के प्रति जताया आभार
दक्षिणापथ, दुर्ग । पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के निर्देशानुसार तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग ग्रामीण अनंत साहू एवं एसडीओपी पाटन आकाश राव गिरेपुंजे के पर्यवेक्षण में थाना अंडा में पंजीबद्ध किये गुम इंसान की गुमशुदा बालिका के पता तलाश हेतु थाना अंडा से पुलिस टीम गठित कर आरोपी और गुमशुदा बालिका की तलाश पर टीम राजस्थान व मध्य प्रदेश रवाना की गई। प्रकरण के संदेही द्वारा लगातार अपने मोबाइल नंबर को बदला जा रहा था व लोकेशन बदला जा रहा था जिस पर कि दुर्ग पुलिस टीम द्वारा साइबर सेल के माध्यम से लगातार नजर रखी जा रही थी। जिस पर आरोपी के सभी संभावित ठिकानों को खंगालते हुए थाना अंडा की टीम के द्वारा आरोपी को तथा गुमशुदा बालिका को आरोपी के कब्जे से इंदौर के थाना बाणगंगा क्षेत्र से दबिश देकर बरामद किया गया।
गुमशुदा को बरामद कर उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया तथा आरोपी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जिसमें उसके द्वारा बताया गया कि वह विगत 2 वर्षों से मोबाइल के माध्यम से पीड़िता को नौकरी लगाने और शादी का झूठा प्रलोभन देकर धमका कर जबरन अपने मोटरसाइकिल से थाना अंडा के क्षेत्र से गुमशुदा को अपहरण कर ले कर गया तथा गुमशुदा की पहचान छिपाकर इंदौर में किराए के मकान में गुमशुदा को जबरन बंद कर कर रखा गया। पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि आरोपी रमेश राज सिंह भाटी के विरुद्ध उसके गृह जिले जालोर राजस्थान में भी अपराधिक मामले दर्ज हैं।
प्रकरण के आरोपी रमेश राज सिंह भाटी और राज सिंह पिता भीम सिंह भाटी 30 वर्ष पता ग्राम तिलौड़ा थाना बागोड़ा जिला जालौर राजस्थान को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया।
उक्त कार्य में थाना अंडा पुलिस के निरीक्षक श्रुति सिंह, उप निरीक्षक बदलाव चंद्राकर , प्रधान आरक्षक कमलेश साहू ,आरक्षक रामेश्वर कोमा, आरक्षक जगमोहन, आरक्षक दिनेश्वर, आरक्षक अश्वनी यादव तथा साइबर से भिलाई के प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बालिका की सुरक्षित बरामदगी होने पर बालिका के परिजनों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा पुलिस अधीक्षक एवं दुर्ग पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
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