नई दिल्ली । भारत के शीर्ष टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना की नजरें अब टोक्यों ओलंपिक को देखते हुए अपनी रैंकिग बेहतर करने पर है। बोपन्ना 31 जनवरी से शुरू होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन की तैयारियों के टूर्नामेंट में से एक में मेलबर्न में 2021 अभियान की शुरुआत करेंगे। वह साल के दो शुरूआती टूर्नामेंट में जोआओ सोसा के साथ जोड़ी बनायेंगे। घुटने की समस्या के कारण छह महीने तक टेनिस कोर्ट से बाहर रहने वाले बोपन्ना ने लॉकडाउन में अपनी फिटनेस पर ध्यान लगाया और अब वह नये सत्र में खेलने को तैयार हैं। दो दशक के पेशेवर अनुभव वाले बोपन्ना समय खराब नहीं करना चाहते। बोपन्ना ने कहा, “मैं इसे ओलंपिक वर्ष के रूप में नहीं देख रहा हूं क्योंकि हम यह भी नहीं जानते हैं कि यह होने वाला है भी या नहीं। अभी यह वक्त हमारी व्यक्तिगत रैंकिंग पर ध्यान केंद्रित करने का है। यह क्वालीफाई करने का एकमात्र तरीका है। इसलिये एक समय में सिर्फ एक टूर्नामेंट पर ही ध्यान लगा होगा। ” बोपन्ना को घुटने की परेशानी के कारण छह महीने तक टेनिस कोर्ट से बाहर रहना पड़ा। बोपन्ना 39वें और दिविज शरण 63वें स्थान पर रहने वाले सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ी हैं जो वर्तमान में युगल में शीर्ष -100 में शामिल है। लेकिन उनका संयुक्त रैंकिंग के साथ एक टीम के रूप में क्वालीफाई करना बाकी है और उनके पास तोक्यो के लिये सात जुलाई तक स्थान पक्का करने का मौका है। अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) के नियमों के अनुसार शीर्ष 10 युगल खिलाड़ी 32 टीम स्पर्धा के लिए अपने आप क्वालीफाई कर लेंगे और उनके पास साथी खिलाड़ी का विकल्प भी होगा।
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