दुर्ग। छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन एवं वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक अरुण वोरा ने अपने स्टेट वेयरहाउस के प्रबंध संचालक आईएएस धर्मेश साहू , तकनीकी अधिकारी आगा खान एवं युवा कांग्रेस आईटी सेल के सदस्य चिराग शर्मा के साथ नागपुर में एनाकोन फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी का निरक्षण किया ।
खाद्य गुणवत्ता की मूल्यांकन में सुधार करने और सुरक्षा मानकों की पालन को बढ़ावा देने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण कदम है। इससे पूर्व भी चेयरमैन अरुण वोरा द्वारा गुजरात में रिसर्च लेबोरेटरी का निरक्षण किया गया था । चूंकि राज्य में फूड टेस्टिंग लैब नही है । जिसके कारण राज्य में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के नियम को पालन करने के लिए कठिनाई हो रही थी , जिसके लिए राज्य को निजी संस्थान , आयतक , निर्यातक , डीलर , डिस्ट्रीब्यूटर आदि को खाद्य विश्लेषण रिपोर्ट तैयार करने में कठिनाई होती रही है । इस तमाम कठिनाइयों को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन को एक अत्याधुनिक फूड टेस्टिंग लैब को स्थापित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई ।
जिसके उपरांत चेयरमैन अरुण वोरा के अथक प्रयासों से स्टेट वेयरहाउसिंग की लैब सेक्टर 13 के ग्राम कायाबंधा में भूखंड क्रय कर फूड टेस्टिंग लैब की स्थापना की जा रही है । इसके अतरिक्त स्टेट वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा लेबोरेटरी स्थापना हेतु समस्त मार्गदर्शन के लिए एनोकॉन लेबोर्टरी प्राइवेट लिमिटेड , नागपुर को अपना तकनीकी सलाहकार नियुक्त किया गया है और इसी संस्था के तकनीकी मार्गदर्शन में लेबोरेटरी का डिजाइन , संचालन प्रक्रिया , इक्विपमेंट्स , मशीनों की रिक्वायरमेंट हेतु मार्गदर्शन लिया जा रहा है एवं निर्माण कार्य की भी सूछमाता से नजर रखी जा रही है ।
स्टेट वेयरहाउसिंग के चेयरमैन एवं विधायक अरुण वोरा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के मार्गदर्शन में लगभग 52 करोड़ रुपए की लागत से नवा रायपुर में स्थापित होने वाली मध्य भारत की प्रथम फूड टेस्टिंग लैब में राष्ट्रीय स्तर पर खाद्य मानकों की देखरेख की जाएगी । विधायक वोरा ने कहा कि वह 15 सितंबर तक लैब का कार्य पूर्ण करके मुख्यमंत्री जी के हाथों उद्घाटन कराने की कोशिश करेंगे । उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व में छत्तीसगढ़ हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है ।