मध्यप्रदेश के रहने वाले महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा रविवार को रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की जमकर तारीफ की है। कंप्यूटर बाबा ने कहा कि भूपेश बघेल ने तो छत्तीसगढ़ को स्वर्ग बना दिया है। यहां रामराज्य स्थापित कर दिया है।
कंप्यूटर बाबा राजधानी में किसी निजी कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने VIP रोड स्थित राम मंदिर के भी दर्शन किए। इसके बाद मीडिया से उन्होंने चर्चा की। बाबा ने कहा कि राज्य सरकार की गौठान और गो धन न्याय योजना एक अच्छी योजना है। जिससे सरकार गायों को संरक्षण कर रही है। किसानों को गोबर भी बेच रही है।
कंप्यूटर बाना ने इस दौरान रायपुर की खरून नदी में बढ़ते प्रदूषण पर भी बात की। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बड़े ही सजग व्यक्ति हैंं। वे इस पर जरूर ध्यान देंगे। साथ ही ये नागरिकों का भी कर्तव्य है कि नदियों को साफ रखें। अगर नदी जिंदा रहेगी तो हम जिंदा रहेंगे।
कंप्यूटर बाबा कौन है?
कंप्यूटर बाबा का मूल नाम नामदेव दास त्यागी है। 1998 में नरसिंहपुर के एक संत द्वारा ‘कंप्यूटर बाबा’ का नाम दिया गया था। वह मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर शहर से हैं।व ह दिगंबर अखाड़ा के सदस्य हैं। करीब 5 से 6 साल पहले पहले अचानक से नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने का ऐलान करने के बाद कंप्यूटर बाबा चर्चा में आए थे। कंप्यूटर बाबा के आंदोलन के ऐलान के बीच शिवराज सरकार ने उनके समेत 5 साधु-संत और बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया था।
विधानसभा चुनाव के पहले कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस से नजदीकी बढ़ा ली थी। प्रदेशभर में चुनाव में प्रचार-प्रसार किया। कमलनाथ सरकार बनने के बाद तीन महीने तक कंप्यूटर बाबा ने पद नहीं मिलने पर तेवर दिखाए थे। इसके बाद नदी न्यास समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। उन्हें नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी तीनों नदी के संरक्षण की जिम्मेदारी मिली है। एक साल में कंप्यूटर बाबा का फोकस केवल नर्मदा नदी के किनारे अवैध रेत उत्खनन पर ज्यादा रहा है। इसके चलते सरकार के मंत्रियों से भी विवाद होता आया है।