ससुराल के लोग ताना मारते थे तो जीजा ने साले को अपने ही अपहरण का मोबाइल से मैजेस भेजकर 2 लाख रुपए मांग लिए और धमकी दी कि पुलिस को सूचना दी तो ठीक नहीं होगा। सिम बदलकर मैसेज भेजने से साले ने समझा कि जीजा का अपहरण हो गया। वह वाट्सएप मैसेज लेकर पुलिस के पास पहुंच गया। पुलिस सक्रिय हुई और हुआ उल्टा… पुलिस ने इस फिरौतीबाज जीजा को 6 घंटों के भीतर सीखचों के पीछे पहुंचा दिया।
देवभोग थाने में यह अनोखा मामला सामने आया है। मूचबहाल के मनोज सोनवानी ने 30 सितंबर को देवभोग थाने में लिखित सूचना देकर बताया था कि उसके जीजा रुदेंद्र प्रधान (27) 29 सितंबर से गायब हैं। रुदेंद्र अमलीपदर के पानी गांव का निवासी है। साल भर पहले मनोज की बड़ी बहन से रुदेंद्र की शादी हुई थी, उसका 1 बच्चा भी है।
1 अक्टूबर को अंजान नंबर से किया मैसेज
मामले में गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस पतासाजी कर ही रही थी कि साले के मोबाइल पर आए मैसेज ने लापता जीजा रुदेंद्र को ढूढ़ रहे परिजनों के होश उड़ा दिए। 1 अक्टूबर को मनोज सोनवानी मोबाइल लेकर थाने पहुंचा और वाट्सअप खोलकर पुलिस को एक अज्ञात नंबर से आए मैसेज को दिखाया जिसमें आरोपी जीजा ने उससे फिरौती मांगकर पुलिस को ना बताने की धमकी दी थी।
6 घंटे में ही धर दबोचा पुलिस ने
धमकी के बावजूद मनोज ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को सारी घटना बता दी। मामले की गंभीरता को भांपकर सूचना मिलते ही एसपी जेआर ठाकुर ने जांच की कमान एसडीपीओ अनुज गुप्ता को दी। साइबर सेल की मदद से पुलिस 6 घंटे के भीतर मामले की न केवल तह तक पहुंची गई बल्कि आरोपी को भी साथ पकड़ लाई।
कोंडागांव के गांव से हुआ गिरफ्तार
एसपी ने आज प्रेस कांफ्रेंस लेकर मामले का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि रुपए की लालच में रुदेंद्र ने साजिश रच डाली थी। आरोपी से 3 सिम व मोबाइल बरामद किए गए जिससे उसने मैसेज भेजा था। कोंडागांव के बांसकोट के एक सुनसान मकान से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है ।
टीम में ये जवान थे शामिल
2 अक्टूबर की रात को ही आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड में लिया गया था। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 364 ए के तहत मामला दर्ज किया गया। उसे आज न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। मामले के खुलासे में एएसआई जैनसिंह दीवान, छबिलाल टांडेकर, प्रधान आरक्षक अंगद राव, दीप्तनाथ प्रधान, गणेश साहू, राहुल तिवारी, जयप्रकाश मिश्रा, सुशील पाठक समेत एसपी की स्पेशल टीम की भूमिका सराहनीय रही।