नवरात्रि के आठवें दिन मां आदिशक्ति के स्वरूप मां महागौरी की पूजा की जाती है। ये दुर्गा मां का आठवां स्वरूप हैं। मां के सभी वस्त्र और आभूषण सफेद हैं। यही कारण है कि इन्हें श्वेताम्बरधरा भी कहा गया है। मां की 4 भुजाएं हैं और इनका वाहन वृषभ है। मां के ऊपर वाला दांया हाथ अभय मुद्र में है। मां के नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। ऊपर वाले बाएं हाथ में डमरू और नीचे वाला बायां हाथ वर मुद्रा में है। जो भी श्रद्धालु भक्तिभाव के साथ मां की पूजा-अर्चना करता है, उसके सभी मनोकामनाओं की पूर्ति मां महागौरी करती हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार, पर्वतराज हिमालय के घर जन्म लेने के बाद मां पार्वती ने महादेव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। हजारों वर्ष कठोर तप करने के दौरान मां ने कुछ नहीं खाया और इस कारण उनका शरीर काला पड़ गया.उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भोलेनाथ ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया और माता के शरीर को फिर से गोरा बना दिया। इसके बाद से ही माता को महागौरी के नाम से भी जाना जाने लगा।
मां महागौरी को लेकर एक अन्य पौराणिक कथा है। जब मां कालरात्रि ने राक्षसों का वध करने के लिए जन्म लिया था। तब भगवान भोलेशंकर ने मां को काली कहकर चिढ़ाया था। इसके बाद मां ने त्वचा को फिर से गोरा करने के लिए ब्रह्मा जी की कड़ी तपस्या की। इसके बाद ब्रह्मा जी ने प्रसन्न होकर मां पार्वती को हिमालय के मानसरोवर में स्नान करने के लिए कहा। मां ने जब मानसरोवर में स्नान किया तब उनका शरीर दूध की तरह सफेद हो गया। इसके बाद से ही मां को महागौरी कहा जाने लगा।
मां महागौरी को नारियल का भोग लगाएं
आठवां दिन मां महागौरी का होता है। इस दिन इनके स्वरूप की पूजा की जाती है। मां महागौरी को नारियल का भोग लगाने से घर में सुख-समृद्धि आती है। आप चाहे तो सिर्फ नारियल भी चढ़ा सकते हैं। वरना नारियल के लड्डू घर पर आसानी से बनाए भी जा सकते हैं। इस बनाने के लिए सबसे पहले आपको कढ़ाई में घी डालकर कद्दूकस किया हुआ नारियल फ्राई करना है। इसके बाद इसमें दूध और खोया डाल कर चलाते रहे। अब इसमें घी में भूने हुए काजू और बादाम डाल दें। आखिर में चाहे तो लड्डू या बर्फी के आकार में इसे काट सकते है। आपके नारियल के लड्डू मां के भोग के लिए तैयार हैं।
मां महागौरी का प्रिय रंग
अष्टम नवरात्रि का दिन मां महागौरी का होता है। इस बार आठवां नवरात्रि का दिन 3 अक्टूबर यानी की सोमवार को पड़ रहा है। मां महागौरी को जामुनी रंग बहुत ही प्रिय होता है। अष्टमी के दिन कन्या पूजन भी होता है। आप इस दिन जामुनी रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं।