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दूसरी छमाही में सोने की मांग में गिरावट आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि महंगाई और कीमतें बढ़ने से इसकी मांग कम हो रही है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा कि भारत में सोने की कम खरीदी हो रही है।सोने का आयात कम होने से देश का कारोबार घाटा भी कम हो सकता है। इससे रुपये की गिरावट थामने में मदद मिलेगी। इस साल अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग 170.7 टन रही। एक साल पहले 119 टन की तुलना में यह 43% ज्यादा है। मूल्य के लिहाज से यह 54% बढ़कर दूसरी तिमाही में 79,270 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 51,540 करोड़ रुपये था।