सीए फाइनल: सूरत की राधिका टॉपर, नितिन जैन दूसरे और चेन्नई की निवेदिता टॉप 3 में

by sadmin

नई दिल्ली | चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए ली गई फाइनल परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। देश विदेश में आयोजित की गई इन परीक्षाओं में न्यू कोर्स में पहले स्थान पर राधिका बेरीवाला नामक छात्रा ने टॉप किया है। राधिका गुजरात के सूरत सेंटर की छात्रा हैं। वहीं दूसरे नंबर पर खतौली के नितिन जैन रहे हैं। टॉप 3 की लिस्ट में तीसरा नाम चेन्नई की निवेदिता का है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया द्वारा घोषित रिजल्ट के मुताबिक राधिका बेरीवाला ने कुल 800 में से 640 अंक अर्जित किए हैं। 80 प्रतिशत अंकों के साथ वह यह परीक्षा टॉप करने में सफल रही। वहीं नितिन जैन और राधिका के बीच केवल 1 प्रतिशत अंक का फासला है। दूसरे नंबर पर रहे नितिन जैन ने कुल 800 में से 632 अंक हासिल किए हैं। नितिन जैन ने इन परीक्षाओं को से 79 फीसदी अंकों के साथ उत्तीर्ण किया है।

देशभर में तीसरे नंबर पर रही चेन्नई की निवेदिता ने 800 में से 624 अंक हासिल किए और उन्होंने 78 फीसदी अंकों के साथ टॉप 3 में अपना स्थान बनाया है। गौरतलब है कि निवेदिता नंबर दो फर रहे नितिन जैन से मात्र 1 प्रतिशत और नंबर वन रही राधिका से 2 प्रतिशत अंकों से पीछे हैं।

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने गुरुवार दोपहर सीए का यह रिजल्ट घोषित किया। इस दौरान सीए फाउंडेशन का रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया है।

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की आधिकारिक बेवसाइट पर परिणाम पर देखे जा सकते हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के सीसीएम धीरज खंडेलवाल ने रिजल्ट की घोषणा करते हुए बताया कि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने पुराने और नए दोनों कोर्स के फाइनल परीक्षा परिणाम की मेरिट लिस्ट जारी कर दी है।

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा सीए फाइनल के लिए 5 से 20 दिसंबर 2021 तक देश भर में परीक्षा आयोजित की गई थी। वहीं देश के 192 जिलों में सीए फाउंडेशन न्यू स्कीम की परीक्षा 13 से 19 दिसंबर 2021 तक ली गई थी।

इससे पहले इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने जुलाई 2021 का परीक्षा का रिजल्ट 13 सितंबर, 2021 को जारी कर दिया था।

गौरतलब है कि सीए और सीएस पाठ्यक्रम को अब पोस्ट ग्रेजुएशन के समकक्ष माना जाएगा । सीए और सीएस सीएस कर चुके व्यक्ति यूजीसी नेट की परीक्षा दे सकते हैं। साथ ही वह पीएचडी करने के लिए भी सक्षम होंगे।

इन संस्थानों द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन के आधार पर यूजीसी ने यह मान्यता दी है।

यूजीसी को सीए और कंपनी सेक्रेटरी के साथ-साथ कॉस्ट अकाउंटिंग की तरफ से यह आवेदन प्राप्त हुआ था। अपने अनुरोध में इन संस्थानों ने सीए सीएस और कॉस्ट अकाउंटिंग को पीजी के समकक्ष दर्जा देने की मांग की थी। यह आवेदन प्राप्त होने के उपरांत इसके लिए यूजीसी ने एक विशेष कमेटी का गठन किया। यूजीसी की 550वीं मीटिंग के दौरान यह आवेदन स्वीकार कर लिया गया।

सीए और सीएस ने इस संबंध में यूजीसी को भेजे गए अपने अनुरोध में कहा था कि सीए और सीएस उत्तीर्ण कर चुके युवा उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। एमकाम और एमबीए के मुकाबले सीए सीएस और आइसीडब्ल्यूए के विद्यार्थियों का सिलेबस काफी विस्तृत है। बावजूद इसके इन छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके छात्रों के समतुल्य नहीं माना जाता साथ ही यह छात्र शोध के लिए भी एलिजिबल नहीं माने जाते।

सीए और सीएस संस्थानों की अपील पर सकारात्मक फैसला लेते हुए यूजीसी ने न केवल इन संस्थानों से पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों को पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके छात्रों के समकक्ष माना है, बल्कि उन्हें पीएचडी में दाखिले के लिए भी समान अवसर दिए जाएंगे। यह छात्र यूजीसी नेट की की परीक्षा देकर शिक्षण के क्षेत्र में भी जा सकते हैं।

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