दिव्यांग युवाओं को एल.ई.डी. बल्ब निर्माण से जोड़ने की गई है अनूठी पहल
अब तक दिव्यांग हितग्राहियों को इलेक्ट्रानिक उत्पादों की बिक्री से 1 लाख 50 हजार रूपये का लाभ प्राप्त हो चुका है
युवाओं द्वारा एल.ई.डी.बल्ब, इमरजेंसी लाईट, साउन्ड बाक्स, टी बल्ब का निरंतर किया जा रहा है निर्माण
जशपुरनगर.दूरस्थ अंचल के ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांग युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत एल.ई.डी. बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। आज अपने मेहनत और लगन से युवा स्वरोजगार से जुड़ कर आर्थिक लाभ प्राप्त कर रहें हैं। जशपुर विकासखण्ड के गम्हरिया गौठान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को दिव्यांग युवाओं द्वारा एल.ई.डी. बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि महिलाएं भी अतिरिक्त आमदनी अर्जित करके आत्मनिर्भर बन सकें। जिला प्रशासन द्वारा जिले के हुनरमंद युवाओं को आगे बढ़ाने का बेहतर प्रयास किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री रितेश कुमार के मार्गदर्शन एवं जिला कौशल विकास विभाग के सहायक संचालक श्री प्रकाश यादव के दिशा-निर्देश में जिले के दिव्यांग युवाओं को चिन्हांकित करके एल.ई.डी.बल्ब निर्माण से जोड़ने की अनूठी पहल की गई है। वर्तमान में मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत् प्रशिक्षित दिव्यांग हितग्राही एवं अन्य जिले के दिव्यांग हितग्राही इस कार्य से जुड़कर आर्थिक लाभ उठा रहें हैं। जशपुरनगर में स्थित उनके निर्माण केन्द्र में एल.ई.डी.बल्ब, इमरजेंसी लाइट, साउन्ड बाक्स, टी बल्ब आदि उत्पादों का निरंतर निर्माण किया जा रहा है। भविष्य में हुरमंद दिव्यांग युवाओं द्वारा और भी नये उत्पादों को बनाने की योजना तैयार की जा रही है। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक ये उत्पाद पहुंच सके। इस हेतु ww-digiabled-com का भी निर्माण किया गया है साथ ही छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना सी.मार्ट में भी यह इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद उपलब्ध रहेगें। अब तक दिव्यांग हितग्राहियों द्वारा 1 लाख 50 हजार रूपये के इलेक्ट्रानिक उत्पादों की बिक्री कर लाभ ले चुके है। भविष्य में और भी दिव्यांग हितग्राहियों को मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना से प्रशिक्षित कर इस कार्य से जोड़ने का निरंतर कार्य किया जा रहा है।