गरियाबंद: कोतवाली प्रभारी सत्येन्द्र श्याम ने बताया कि आरोपी आदतन अपराधी नही है। सभी मेहनत मजदूरी करने वाले हैं।
छत्तीसगढ़ में शराब का विवाद और उसकी बंदी को लेकर जद्दोजहद दोनों कम नहीं हो रही। इस बीच शराब तमाम वारदातों का कारण जरूर बनी हुई है। गरियाबंद पुलिस ने करीब एक माह बाद ऐसे 6 दोस्तों को गिरफ्तार किया है, जो शराब पार्टी के लिए चोर बन गए। पकड़े गए आरोपियों के पास रुपए नहीं थे तो उन्होंने दुकान के सामने रखी सरिया ही चोरी कर बेच डाली। खास बात यह है कि इनमें से एक ने भी पहले कोई वारदात नहीं की है।
जानकारी के मुताबिक, सिटी कोतवाली क्षेत्र के पारागांव रोड पर तौफीक की लोहा, सरिया बेचने की दुकान है। दुकान के बाहर ही सरिया रखी हुई थी, जो कि 16 अगस्त की देर रात चोरी हो गई। पुलिस ने इस मामले में पारागांव के ही 6 युवकों देव कुमार ध्रुव, राजेश रात्रे, पीलू राम मारकंडेय, प्रेमलाल डहरिया, राधेश्याम डहरिया और मुकेश साहू को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरी कर बेची गई सरिया भी बरामद कर ली है।
आरोपियों ने दुकान के बाहर रखी सरिया चोरी की और उसे अपने गांव के ही एक मिस्त्री को बेच दिया था। जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया।
सरिया चोरी कर गांव के ही मिस्त्री को बेची
कोतवाली प्रभारी सत्येन्द्र श्याम ने बताया कि आरोपी आदतन अपराधी नही है। सभी मेहनत मजदूरी करने वाले हैं। घटना की रात इनका मन शराब पीने का हुआ था। शराब के लिए पैसे नहीं थे तो जुगाड़ करने के लिए चोरी की ठानी। फिर अंधेरे का फायदा उठाकर तौफीक की दुकान पर धावा बोल दिया। आरोपियों ने दुकान के बाहर रखी सरिया चोरी की और उसे अपने गांव के ही एक मिस्त्री को बेच दिया था। जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया।