नई दिल्ली। जैसे किसी बीमारी के इलाज के लिए बीमारी को समझना जरूरी है। उसी तरह आत्महत्या को रोकने के लिए इसके कारण और बचाव के तरीकों को गहराई से जानना बेहद जरूरी है। दरअसल आत्महत्या एक वैश्विक समस्या है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक हर साल करीब 8 लाख लोग आत्महत्या करते हैं। यानी हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति है। प्रत्येक आत्महत्या के लिए, 20 से अधिक आत्महत्या के प्रयास होते हैं। विश्व स्तर पर, आत्महत्या से होने वाली अधिकांश मौतें निम्न और मध्यम आय वाले देशों (79%) में हुईं, जहां अधिकांश (84%) दुनिया की आबादी रहती है। उम्र के लिहाज से देखें तो, वैश्विक आत्महत्याओं के आधे से अधिक (52.1%) केस 45 वर्ष की आयु के पहले के हैं। आत्महत्या से मरने वाले अधिकांश किशोर (90%) निम्न और मध्यम आय वाले देशों से हैं।
दुनिया भर में होने वाली सभी मौतों में आत्महत्या का हिस्सा 1.3% था, जिससे यह 2019 में सुसाइड मृत्यु का 17 वां प्रमुख कारण बन गया।
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