दक्षिणापथ. छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह के ठिकानों पर छापा मारा है।
एसीबी के अधिकारियों के अनुसार ब्यूरो को सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में बेनामी संपत्तियां अर्जित करने की जानकारी मिली है। एसीबी निदेशक आरिफ शेख ने बृहस्पतिवार को यहां बताया कि टीम ने आज सिंह के 15 ठिकानों पर छापा मारा।
शेख ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सिंह के खिलाफ उनके आर्थिक अपराध ब्यूरो के कार्यकाल के दौरान अवैध वसूली, भयादोहन आदि के माध्यम से अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसके आधार पर पूर्व में प्राथमिक जांच की गई थी।
शेख के मुताबिक साथ ही उन्होंने फर्जी कंपनियों में निवेश कर धनशोधन का प्रयास किया है तथा रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव और उड़ीसा के विभिन्न क्षेत्रों में बेनामी संपत्तियां अर्जित करने की प्रामाणिक पुष्टि हुई है।
शेख ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आए प्रमाणित तथ्यों के आधार पर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया तथा आज सुबह उनके 15 स्थानों पर छापे की कार्रवाई की गई।
अधिकारी ने बताया कि छापे की कार्रवाई जारी है तथा शुक्रवार तक चलने की संभावना है। छापे की कार्रवाई पूरी होने के बाद इस संबंध में अधिक जानकारी मिल सकेगी और विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया जा सकेगा। शेख ने बताया कि एडीजी सिंह के खिलाफ आयकर विभाग द्वारा भी बेनामी एक्ट के तहत अलग से कार्रवाई की जा रही है।
एडीजी जीपी सिंह भारतीय पुलिस सेवा के 1994 बैच के अधिकारी हैं। वर्तमान में वह राज्य पुलिस अकादमी के निदेशक हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सिंह एसीबी के मुखिया भी रहे हैं। राज्य सरकार ने उन्हें पिछले वर्ष जून माह में हटा दिया था। सिंह के स्थान पर भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी आरिफ शेख को एसीबी का प्रमुख नियुक्त किया गया है।