दक्षिणापथ, रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा अनुरूप कृषि विभाग द्वारा रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशक औषधि की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के निर्देशन में कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सैम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। अब तक राज्य में बीज के 12 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 24 नमूने अमानक पाए गए हैं, जिनके विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्माें को कृषि विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन 2021 में बीज के अब तक 1478 नमूने लिए गए हैं, जिसमें से 1253 नमूनों का विश्लेषित किए जा चुके हैं, जबकि 225 नमूनों की जांच जारी है। उक्त नमूनों में 1241 नमूने मानक स्तर के तथा 12 नमूने अमानक पाए गए है। इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 1010 नमूने विभिन्न संस्थानों से लिए गए हैं। जिसमें से 633 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 377 नमूनों की जांच जारी है। रासायनिक उर्वरकों के विश्लेषित सैम्पल में से 609 मानक स्तर के तथा 24 अमानक पाए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। कृषि विभाग की टीम कीटनाशक औषधियों के गुणवत्ता की भी जांच कर रही है। जांच पड़ताल टीम ने अब तक कुल 23 सैम्पल विभिन्न फर्माें से लिए गए हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
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