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– कांग्रेस ने लोगों को दिया भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार का अधिकार : भाजपा की नीति अडानी-अंबानी-रामदेव को लाभ पहुंचाने की
- जनता से भोजन का अधिकार छीनने का बयान पर माफी मांगे भाजपा
दक्षिणापथ, दुर्ग । प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने प्रदेश के प्रमुख भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान को शर्मनाक बताया है। राजेंद्र ने कहा कि भाजपा नेता बृजमोहन का बयान महंगाई की मार झेल रही देश की जनता का अपमान है। राजेंद्र ने कहा कि कांग्रेस ने देश की जनता को भोजन का अधिकार दिया। शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार का अधिकार दिया, लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार देश की जनता से इन अधिकारों को छीनने का काम कर रही है। बृजमोहन अग्रवाल का बयान भाजपा की इसी नीति को दर्शाता है।
राजेंद्र ने कहा कि पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जिन लोगों को महंगाई राष्ट्रीय आपदा लग रहा हो, उन्हें खाना-पीना छोड़ देना चाहिए। राजेंद्र साहू ने कहा कि यह बयान भाजपा के दोहरे चरित्र को उजागर करता है। इस बयान से 2014 के आम चुनाव के पहले और चुनाव के बाद भाजपा की मानसिकता के दोहरेपन का पता चलता है। मोदी सरकार बनने से पहले भाजपा ने महंगाई कम करने, विदेशों से काला धन लाने, 2 करोड़ लोगों को हर साल रोजगार देने, किसानों की आय दुगुना करने का वायदा देश की जनता से किया था।
चुनाव जीतने के बाद भाजपा का असली चेहरा नजर आया। मोदी सरकार के कार्यकाल में किसानों की आय कम हो गई। बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है। लोगों को स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। अब महंगाई बढ़ने के सवाल पर खाना-पीना छोड़ने जैसे बयान से भोजन का अधिकार छीनने का प्रयास किया जा रहा है।
राजेंद्र ने कहा कि बृजमोहन के बयान से साफ है कि मोदी सरकार को आंदोलन पर मजबूर किसानों, रोजगार की मांग कर रहे युवाओं-मजदूरों और महंगाई की मार झेल रही आम जनता को राहत नहीं पहुंचाना चाहती, बल्कि केवल सिर्फ अडानी, अंबानी और बाबा रामदेव सहित कार्पोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है। महंगाई के खिलाफ बोलने वालों को खाना-पीना छोड़ने का बयान न सिर्फ लोकतंत्र का अपमान है, बल्कि यह बयान संविधान के बुनियादी ढांचे को कुचलने का प्रयास है।
राजेंद्र ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार देश की जनता को राहत पहुंचाने की सकारात्मक पहल या निर्णय नहीं ले रही बल्कि विपक्षी दलों पर अनर्गल आरोप लगा रही है। युवाओं और मजदूरों द्वारा रोजगार की मांग करने पर उन पर दोषारोपण किया जा रहा है। किसानों द्वारा आय दुगुना करने व तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करने पर आंदोलनजीवी कहा जा रहा है। किसानों को देशद्रोहियों का सहयोगी करार दिया जा रहा है। पिछले सात साल में देश में ट्रेन भाड़ा बढ़ा। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस, खाद्य सामग्री, दवाईयां, कृषि उपकरण, कीटनाशक दवा, रासायनिक खाद सहित सभी वस्तुओं के दाम बेतहाशा बढ़े हैं। महंगाई पर काबू पाने के बजाय भाजपा नेता ऊलजलूल बयान देकर देश की जनता को अपमानित कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यजनक है।