दक्षिणापथ, नारायणपुर । सुन्दरराज पी.पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, विनीत खन्ना उप पुलिस महानिरीक्षक कांकेर रेंज, मोहित गर्ग पुलिस अधीक्षक नारायणपुर, नीरज चंद्राकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में जिला बल, छसबल, एसटीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ द्वारा लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के कारण नक्सलियों पर बढ़ते दबाव एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर माओवादी संगठन को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में सम्मिलित होने 5 नक्सली सदस्यों ने नारायणपुर पुलिस के समक्ष आज शुक्रवार को बिना हथियार आत्म समर्पण किये है।
आत्मसर्पित करने वाले नक्सलियों की सक्रियता एवं कार्यक्षेत्र-
1- पायको मण्डावी पिता सुक्को मण्डावी जाति माड़िया 22 वर्ष निवासी पायवेर थाना ओरछा जिला नारायणपुर (कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य) :- नक्सली कमाण्डर सुखलाल (एसीएम) एवं कुतुल पंचायत जनताना सरकार अध्यक्ष डूही ने वर्ष 2018-2019 में कुतुल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप मे शामिल होकर सक्रिय कार्य कर रहा था।
2- गुड्डी ध्रुवा पिता विज्जा, जाति माड़िया, 20 वर्ष निवासी धुरबेड़ा थाना ओरछा जिला नारायणपुर (धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य) :- नक्सली कमाण्डर सुखलाल (एसीएम) एवं कुतुल पंचायत जनताना सरकार अध्यक्ष डूही ने वर्ष 2016-2017 में धुरबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप मे शामिल होकर सक्रिय कार्य कर रहा था।
3- भीमा कोवाची पिता सुकोराम 40 वर्ष जाति माड़िया निवासी डेंगलपुट्टी पारा गोमागाल थाना ओरछा जिला नारायणपुर (गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य):- माड़ डिवीजन के नेलनार एरिया कमेटी कमेटी अंतर्गत नक्सली कमाण्डर बुदरू, सोमडू एवं अरब ने वर्ष 2017-2018 में गोमागाल पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था।
4- बुधू चेरका पिता स्व. बिलो 48 वर्ष जाति माड़िया निवासी उसेली थाना ओरछा जिला नारायणपुर (आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य) :- माड़ डिवीजन के नेलनार एरिया कमेटी कमेटी अंतर्गत नक्सली कमाण्डर बुदरू, सोमडू एवं अरब ने वर्ष 2017-2018 में नक्सल आलबेड़ा पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था।
5- सोनू उसेण्डी पिता धोबाराम उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी तोके कोंदोड़पारा थाना कोहकामेटा (तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य):- नक्सली कमाण्डर सुखलाल एवं रीना ने वर्ष 2017-2018 में तोके पंचायत मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय कार्य कर रहा था।
उक्त आत्मसर्पित नक्सली संगठन में कार्य करने के दौरान नक्सलियों के लिए भोजन की व्यवस्था करना, गांव मे अंजान व्यक्तियों के आने पर उनसे पूछताछ व उनकी निगरानी करना, नक्सली साहित्य एवं पोस्टर पाम्पलेट चिपकाना, ग्रामीणो को नक्सली मीटिंग में उपस्थित होने की सूचना देना, बाजारो से दैनिक उपयोग की सामग्री खरीद कर नक्सलियों तक पहुंचाना, नक्सलियोें के गांव में आने पर उनको सुरक्षा देना, क्षेत्र में पुलिस आने की सूचना देना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, नक्सलियो के अस्थायी कैम्प मे संतरी डियूटी करना, गांव के चारो ओर दिन के समय पेट्रोलिंग करने जैसे कार्य कर संगठन में सक्रिय कार्य कर रहे थे। नक्सलियों की गलत नीतियों से असंतुष्ट होकर समाज की मुख्यधारा में जुड़कर सामान्य जीवन यापन करने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किये है।