–ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने वाली योजना मनरेगा की राशि और छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी समस्या नक्सलवाद के नक्सल फण्ड में कमी की
-कमरतोड़ महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी, नशाखोरी, कोरोना महामारी बढ़ती आपराधिक गतिविधियां बनी छत्तीसगढ़ के लिए चुनौती – सतीश पारख
-मोदी सरकार के सात साल, देश का बुरा हाल
दक्षिणापथ, भिलाई। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के दुर्ग जिला ग्रामीण अध्यक्ष सतीश पारख ने मोदी सरकार के सात साल पूर्ण होने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार का सात साल, देश का बुरा हाल और निराशाजनक रहा है। इन सात वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य के साथ केंद्र सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है। छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ करने वाली वाली मनरेगा योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के लगभग 30 लाख मजदूर लाभान्वित होते है। 20219-20 में 71 करोड़ का बजट था, वर्ष 2020-2021 में केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना में 15 करोड़ की कटौती कर दी गई। छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी समस्या नक्सलवाद हेतु प्रदाय फण्ड में 65 प्रतिशत की कटौती की गई जबकि महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश जहाँ नक्सल मूवमेंट कम है वहाँ अधिक राशि दी गई है, धान का कटोरा छत्तीसगढ़ के किसानों को बोनस न देना, नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार केंद्र सरकार द्वारा किया गया इसके अतिरिक्त जानलेवा कोरोना, कमरतोड़ महंगाई, बढ़ती हुई बेरोजगारी आपराधिक गतिविधियों ने छत्तीसगढ़ की जनता का बुरा हाल कर रखा है जिसके लिए राज्य के सरकार के साथ ही केंद्र की सरकार भी जिम्मेदार है। छत्तीसगढ़ ने 11 लोकसभा सीट में से भाजपा को नौ सांसद दिए फिर छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार हुआ है।और 9 सांसद मुख दर्शक बने बैठे हैं।
सतीश पारख ने कहा देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती कोरोना मामले में मोदी सरकार की अदूरदर्शी सोच और अतिउत्साह के चलते पूरी तरह फेल हो गई। जहाँ देश के नागरिकों को जीवन रक्षक कोरोना वैक्सीन लगाने और दूसरी लहर से बचाने की तैयारी सरकार को करनी थी वहीं मोदी सरकार टीका उत्सव मनाते हुए विदेशों को टीका भेज रही थी और बंगाल के चुनाव की तैयारी कर रही थी। देश में बेड, वेंटिलेटर, इंजेक्शन, अस्पताल स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण देश में लाखों लोग कोरोना बीमारी में मारे गए। चुनाव पूर्व मोदी जी ने हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई यात्रा करवाने का सपना दिखाया था लेकिन जब लॉकडाउन के पहले लहर से देश में यही हवाई चप्पल पहनने वाले मजदूरों को ट्रेन तक नसीब नही हुई और उन्हें सैकड़ों किलोमीटर अपने घर की ओर पैदल ही रवाना होना पड़ा इस दौरान सैकड़ों मजदूर ने सड़कों पर ही दम तोड़ दिया । छत्तीसगढ़ के भी सैकड़ों मजदूरों को अपने घर तक आने में कई तकलीफें उठानी पड़ी। दूसरी तरफ दुनिया में वाहवाही लूटने के लिए मोदी सरकार ने प्रवासियों को हवाई जहाज से भारत लाकर देश के गरीब मजदूरों के साथ अपने सौतेले व्यवहार का प्रदर्शन किया।
पारख ने भाजपा और मोदी जी की वकालत करने वाले स्वामी बाबा रामदेव को आड़े हाथों लेते हुए कहा देश में बढ़ती हुई पेट्रोल डीजल रसोई गैस की मूल्य वृद्धि पर रोक लगाने के लिए , विदेशों से कालाधन वापसस लाने के लिए भी भाजपा को वोट के पक्ष में मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट मांगते फिरते थे और सभी विपक्षी पार्टी का विरोध करते थे । आज अब पेट्रोल की मूल्य 100 रुपया से अधिक हो पहुंच गई है। इन 7 साल में कालाधन का एक रुपया नहीं आया, न महंगाई कम हुई ऐसे समय मे बाबा रामदेव ने सामने आकर मोदी सरकार का विरोध नहीं किया क्योंकि उन्हें अपना व्यवसाय चमकाने में ज्यादा रुची है।
देश के बहुतायत प्रदेशों में आम जनता का रुख व विश्वास प्रादेशिक दलों के प्रति बढ़ा है जो प्रदेश के हर फैसले दिल्ली का मुह ताकने की बजाय प्रदेश में ही ले सके। प्रदेश की जनता का भी एक मात्र प्रादेशिक पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रति बढ़ रहा है जो आपने वाले 2023 के चुनाव में देखने को मिलेगा।
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