सेल इण्डिया की थीम पर आधारित है बजट- पाण्डेय

by sadmin

बिलासपुर । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट को बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि शत-प्रतिशत ‘दूरदर्शिता रहित’ बजट है, जिसकी थीम ‘सेल इंडिया’ (भारत को बेचना) है। ‘‘भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है। इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है। उन्होंने कहा, रेलवे बिक गया, हवाईअड्डे बिक गए, बंदरगाह बिक गए, बीमा कंपनियां बिक गईं, पीएसयू 23 बिक गए। यह बजट जन विरोधी है। शैलेष ने कहा कि वे हमेशा झूठे वादे करते हैं। भारत के पहले पेपरलेस बजट ने सब कुछ बेच दिया है। विधायक शैलेश पांडेय ने केंद्रीय बजट को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने इस बजट पर निराशा जाहिर करते हुये सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि इस बजट ने गरीबों और किसानों को धोखा दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि, बजट में किसानों को कुछ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को इस बजट से कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह बजट बेहद निराशाजनक है, इसमें न मध्यम वर्ग के लिये कुछ है, न किसानों के लिये, न ही छात्रों-युवाओं के लिये कोई प्रावधान किया है। इस बजट को ध्यान से देखने से पता चलता है कि जो भी प्रावधान किये गये हैं, वो निजी कंपनियों को फायदा पहुँचाने वाले हैं। जिसमें प्रमुख क्षेत्रों का विनिवेश है, सरकारी अधोसंरचना का उपयोग अब निजी कंपनियाँ करेंगी शैलेश ने कहा कि इस बजट में उन राज्यों को आगे रखा गया है जहाँ चुनाव होने वाले हैं। असम, तमिलनाडु जैसे राज्यों के लिए कई घोषणाएं की गई है, मानों चुनाव होने से पहले बजट नहीं पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र हो। इन राज्यों के लिए बड़ी सड़क परियोजनाओं की घोषणा की है, छत्तीसगढ़ के लिए बजट में कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है, छत्तीसगढ़ एक बार फिर से छला गया है।
देश की अर्थव्यवस्था के लिए नई सुबह का आगाज आम बजट-अमर
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए छ ग के पूर्व वाणिज्यकर मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय बजट कोरोना महामारी जैसी विपरीत परिस्थितियों में प्रस्तुत किया गया और इन जटिल प्रस्तिथियो में भी सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर जन आकांक्षाओं पर खरा उतरने वाला, पारदर्शी एवं सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए , समाहित किया गया संतुलित बजट है,जिससे देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत के निर्माण की परिकल्पना फलीभूत हो सकेगी।” देश की आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर अधिक 75 वर्ष आयु के वृद्धजन पेंशनर्स को आयकर से छूट, किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य,एम एस पी खरीद जारी रखना, हाइड्रोजन एनर्जी मिशन का ऐलान स्वच्छ भारत मिशन का विस्तार उज्जवला योजना का विस्तार जल जीवन मिशन के लिए 2 दशमलव 87 लाख करोड़ का प्रावधान, बीमा में विदेशी निवेश सिम 74 प्रतिशत किया जाना, रेलवे के लिए 1.10 लाख का बजट, नई स्क्रैप पॉलिसी, सरकारी के मांगबैंकों में पूंजी का ऐलान, वैक्सीन के लिए 35000 करोड़ का ऐलान, हेल्थ सेक्टर में 137 परसेंट की पिछले बजट से बढ़ोतरी, उच्च शिक्षा आयोग के निर्माण का एलान, 100 से ज्यादा सैनिक स्कूलों को खोलने का एलान और नेशनल रिसर्च फंड के लिए 50 हजार करोड़ प्रावधान आदि उपायों से मानव पूंजी में नवजीवन का संचार और न्यूनतम सरकार द्वारा अधिकतम शासन करने के मंतव्य से यह बजट देश की इकोनामी को नई दिशा देने वाला होगा।
आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को दर्शाता है वर्तमान बजट-मनीष
आज आम बजट पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी के पूर्व एल्डरमैन मनीष अग्रवाल ने कहा कि 2021 22 केंद्र सरकार का आम बजट ऑल राउंड बजट है सभी वर्ग के हितों को छू जाने वाले बजट में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को दर्शाता है। वर्तमान परिस्थिति पूरे देश में सबसे बड़ी चुनौती कोरोना महामारी से देश प्रदेश का हर वर्ग के साथ-साथ देश प्रदेश की सरकार के अपने-अपने राजकीय कोष प्रभावित हुए, इस प्रकार की चुनौतियों का सामना करने हेतु वर्तमान 21 22 के आम बजट स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष प्रावधान बड़ी राशि के रूप में इस बजट में किया गया वरिष्ठ नागरिकों को कर में राहत आयकर कारोबारियों के समय में कमी विवाद समाधान समिति स्थापना लाभांश के लिए राहत छोटे न्यायसो को राहत जीएसटी सीमा शुल्क को युक्तिसंगत बनाना लोहा इस्पात कपड़ा रसायन कृषि उत्पादन स्वास्थ्य और कल्याण भौतिक और वित्तीय पूंजी अवसंरचना आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास मानव पूंजी में नवजीवन का संचार नव प्रवर्तक और अनुसंधान एवं विकास न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत ग्रामीण शहरी सड़क और राजमार्ग अवसंरचना विनिवेश और रणनीतिक विक्रय कौशल विकास विद्यालीन एवं उच्च शिक्षा श्रमिक कल्याण स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहन देश की सीमा व्याह और आंतरिक सुरक्षा हेतु आम बजट में विशेष प्रावधान देश के 130 करोड़ भारतीयों की आत्मनिर्भरता जिनको अपनी क्षमता और कौशल पर भरोसा है आम बजट आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को दर्शाता है भारत सही मायने में संभावनाओं एवं उम्मीदों की धरती बनने उद्यत है विश्वास वह चिडिय़ा है जो प्रकाश की अनुभूति करती है और तब गाती है जब भोर में अंधेरा बना ही रहता है।
किसान विरोधी बजट
अटल श्रीवास्तव ने कहा कि किसान विरोधी बजट कहा जा सकता है, पुरे देश के किसान उम्मीद कर रहे थे कि आय दुगुनी करने का कोई फार्मूला बजट में आएगा। मगर उन्हें निराशा हाथ लगी, यह बजट पूरी तरह से पूंजीपतियों के सरकार का, पूंजी पतियों के लिए पूंजीवाद द्वारा लाया गया बजट है, बजट यह बताता है कि बजट के प्रभाव से मजदूर, किसान, महिला और बेरोजगार के बुरे दिन प्रारम्भ हो गये। बजट से निराशा हाथ लगी है , बजट में छत्तीसगढ़ के लिए कुछ भी नही है ।
उपभोक्ताओ को मायूसी
प्रमोद नायक ने कहा कि बजट आने के पूर्व ही शेयर मार्किट में 10 दिनों के भीतर निवेशको के 11 लाख करोड़ रूपये डूब गये, शेयर बाज़ार बताता है कि आर्थिक जगत में बजट को लेकर कोई उत्साह नही है। बजट का राजकोषीय घाटा ही बता रहा है कि देश की आर्थिक स्थिति कहाँ पहुँच चुकी है। राजकोषीय घाटा रिकॉर्ड स्तर पर है। इस शताब्दी के सबसे बडे मंदी के दौर में उपभोक्ताओ को मायूसी हाथ लगी है।
आम जरूरत की वस्तुएं महंगी
अभय नारायण राय ने कहा कि नौकरी पेशा वर्ग टैक्स का स्लैब न बदलने से निराश एवम् आक्रोशित है। मजदूर, महिलाएं और मध्यम वर्गीय परिवार महंगाई से त्रस्त है। दैनिक उपयोगी वस्तुओ विशेषकर खाद्य तेल और सब्जियों एवम् गैस सिलेंडर लोगों का बजट बिगाड़ रहा है। आज के बजट में पेट्रोल पर 2 .50 रुपए एवम् डीजल पर 4.00 रुपए कृषि शेस लगाने से परिवहन महंगा होगा । परिवहन महंगे होने से आम जरूरत की वस्तुएं महंगी होंगी ।

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