बिलासपुर ।कोयला उद्योग और सी एम पी एफ कार्यालय में श्रमिक समस्याओं और सरकार के निरंकुश कार्यप्रणाली के खिलाफ अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ (भारतीय मजदूर संघ) के तत्वावधान में दिनांक 05 फरवरी को एस ई सी एल मुख्यालय बिलासपुर और सी एम पी एफ कार्यालय के समक्ष कंपनी के सभी क्षेत्रों के कोयला श्रमिक विशाल धरना-प्रदर्शन प्रर्दशन करेंगेज् इस हेतु आज संगठन की ओर से औपचारिक नोटिस सभी संबंधित पक्षों को दे दिया गया है। उपरोक्त जानकारी देते हुए भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यय शंखध्वनि सिंह बनाफर ने बताया कि 30 जनवरी को राजनगर संगठन कार्यालय में अखिल भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के एस ई सी एल समन्वय समिति की बैठक में आंदोलन की रुपरेखा तय किया गया है कि कंपनी के सभी क्षेत्रों की समस्याओं को संकलित कर एक वृहद मांग पत्र सौंपा जाएगा और अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रबंधन का ध्यानिकर्षण किया जाएगा।
हमारी प्रमुख मांगों में कमर्शियल माइनिंग पर रोक लगाने, ग्यारवे वेतन आयोग का शीघ्र गठन करने 01/01/2017 से सेवानिवृत्त हुए श्रमिकों को बीस लाख ग्रेज्युटी दिये जाने, कोरोना से मृत कर्मचारियों और ठेका श्रमिकों को पंद्रह लाख रुपए एक्सग्रेसिया राशि का शीघ्र भुगतान करने, सी एम पी एफ आफिस में व्याप्त लाल फीताशाही पर रोक लगाने, ठेका श्रमिकों को अकारण कार्य से हटाए जाने पर रोक लगाने, पांच वर्षों से कार्यरत ठेका श्रमिकों को ग्रेज्युटी का लाभ प्रदान करने सहित उनके अन्य सामाजिक सुरक्षा की मांग की गई है। उपरोक्त बैठक में एस ई सी एल समन्वयक मजरुल हक अंसारी, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य लक्ष्मण चंद्रा, अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के उपाध्यक्ष राजेन्द्र विश्वकर्मा, मंत्री राजेश परिहार, कार्यसमिति सदस्य शंखध्वनि सिंह बनाफर, सहित कंपनी जे सी सी सदस्य महेन्द्रपाल, कल्याण समिति सदस्य टिकेश्वर राठौर, सुरक्षा समिति सदस्य शिवकुमार दूबे सहित सभी क्षेत्रों के अध्यक्ष, महामंत्री और प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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