रायपुर। गिरौदपुरी धाम में इस साल तीन दिवसीय गुरूदर्शन मेले का आयोजन 18 से 20 मार्च 2021 तक किया जायेगा। जगतगुरू गुरू गद्दीनशीन विजय कुमार गुरू की अध्यक्षता में गिरौदपुरी मेला आयोजन समिति की आज बलौदाबाजार-भाटापारा जिला पंचायत के सभागार में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में मेले की तिथि का निर्धारण किया गया। राज्य शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राज राजेश्वरी कौशल माता, राजमहंत गण सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। बैठक में लाखों दर्शनार्थियों के मेले में समागम को देखते हुए तैयारियों के संबंध में व्यापक विचार-विमर्श करते हुए मेले के सफल आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया। श्री विजय कुमार गुरू ने कोरोना काल को ध्यान में रखते हुए दर्शनार्थियों को इसके बचाव के उपाय करते हुए मेले में आने का आग्रह किया है।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने बैठक में कहा कि मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। उनके लिए बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम करना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है। सभी विभाग आपसी ताल-मेल के साथ काम करके इस बड़े आयोजन को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को भी कोरोना से बचाव का संपूर्ण उपाय सुनिश्चित करने की अपील भी की है। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बैठक की कार्यवाही का संचालन करते हुए मेले के लिए इस साल प्रस्तावित की गई व्यवस्था की जानकारी दी। मेले की तमाम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कसडोल एसडीएम मिथिलेश डोण्डे को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। कानून व्यवस्था में उन्हें सहयोग प्रदान करने के लिए राज्य स्तर से करीब 15 डिप्टी कलेक्टरों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखा गया है। दर्शनार्थियों के लिए पेयजल एवं निस्तारी जल की पर्याप्त इंतजाम रहेगी।
उन्होंने बताया कि मेला स्थल पर मौजूद 30 लाख, 8 लाख एवं 75 हजार लीटर क्षमता के टैंक को साफ कराकर पानी से भरा जाएगा। मंदिर परिसर, महराजी, छातापहाड़ एवं पंच कुण्डीय में अलग से पानी टंकी का इंतजाम रहेगा। इसके साथ ही 17 पानी टैंकर भी उपलब्ध रहेंगे, जिसे आवश्यकतानुसार घुमाया जा सकेगा। मेले के दौरान पेयजल की समुचित व्यवस्था तीनों दिन चैबीसों घण्टे रहेगी। निस्तार जल के लिए महराजी एनीकट सहित कटगी एवं अमोदी के पास जांेक नदी को बांधकर पानी रोका जायेगा। समुचित स्थलों पर बायोटाॅयलेट, चलित टाॅयलेट और स्थायी टाॅयलेटों की साफ-सफाई के निर्देश दिए गए। बिजली संबंधी जरूरत का भी आंकलन कर समय रहते आवश्यक सुधार कर लिया जाए। गुरू निवास सहित सभी स्थानों पर चिकित्सा संबंधी सुविधाएं और पर्याप्त दवाईयों एवं एम्बुलैंस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। मेला स्थल की साफ-सफाई के लिए प्रत्येक नगरीय निकाय से 8-8 सफाई कर्मी आएंगे। सुबह और शाम सफाई की व्यवस्था रहेगी।
मेला में आये दर्शनार्थियों के लिए रियायती दर पर दाल-भात केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। आस-पास गांवों के स्कूलों में मध्यान्ह भोजन बनाने वाले स्व सहायता समूहों को दाल-भात केन्द्र चलाने की जिम्मेदारी दी जाएगी। मेले में प्लास्टिक के सामान में भोजन एवं अन्य सामग्री परोसने पर प्रतिबंध रहेगा। दोना पत्तल एवं लकड़ी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाएगा। मेला स्थल में दुकानों के आवंटन के लिए एक समिति बनाई गई है। मेला स्थल पर तीन दमकल गाड़ियां भी विद्यमान रहेंगी। मेला स्थल के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। लगभग 500 की संख्या में पुलिस बल मौजूद रहेंगे। गिरौदपुरी धाम के 10 किलोमीटर की परिधि में कोई भी अवैध शराब दुकान का कारोबार नहीं होगा। आबकारी एवं पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए हैं। पान, गुटखा एवं बीड़ी का विक्रय पर भी प्रतिबंध रहेगा। राजमहंतों और आयोजन समिति के सदस्यों ने भी अपने पूर्व अनुभव के आधार पर मेले के और व्यवस्थित आयोजन के लिए सुझाव दिया। कलेक्टर श्री जैन ने बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरूप व्यवस्था का भरोसा दिलाया। उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने जिम्मेदारी का काम पूर्ण कर 15 मार्च तक अंतिम ओके रिपोर्ट प्रस्तुत करने कहा है। बैठक में एसपी आई.के.एलेसेला, जिला पंचायत सीईओ डाॅ. फरिहा आलम सिद्धिकी, अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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