वादा निभाओ की मांग- 45 हजार कर्मचारियों ने मांगा नियमितकरण, संविदाकर्मी कार्यालय छोड़कर सड़क पर निकले

by sadmin

रायपुर। सरकार से वादा निभाने की मांग को लेकर संविदाकर्मी कार्यालय छोड़कर अब सड़क पर आ गए हैं। वे नियमितिकरण को लेकर आंदोलन पर उतर गए हैं। इस वजह से छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी विभागों में काम करने वाले संविदा कर्मचारी  हड़ताल पर चले गए हैं। बताया गया कि सभी जिलों के लगभग 45 हजार संविदाकर्मी इस हड़ताल में शामिल हैं। वे अपने-अपने दफ्तर छोड़कर सोमवार को आंदोलन की राह पकड़ ली है। इस वजह से कार्यालयों में कुर्सी, मेज खाली नजर आ रहे हैं। दावा किया है कि ये हड़ताल 20 जनवरी तक जारी रहेगा।

मास्क लगाकर कर्मचारियों ने माना अपने को कोल्हू का बैल

आंदोलन के पहले दिन कर्मचारियों ने कोल्हू का बैल बनकर विरोध जताया। इस दौरान कर्मचारियों ने बैल का मास्क लगाया, इन्हें प्रशासनिक अफसर हांकते दिखाया। कर्मचारियों ने कहा कि तय काम के अलावा भी विभाग में कोल्हू के बैल की तरह बहुत से काम थोपकर शोषित किया जाता है। इनका मेहनताना बढ़ाया भी नहीं जाता। वहीं कई डिपार्टमेंट में इनकी छंटनी की गई। दंतेवाड़ा में इसी तरह से कर्मचारियों ने छोटे नाटक काे दिखाकर प्रोटेस्ट किया।

हड़ताल की सूचना विभाग को दी

छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सामूहिक हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने इसकी सूचना व ज्ञापन अपने विभाग एवं जिला प्रशासन को दे दी है।महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष कौशलेष तिवारी ने बताया कि वर्तमान कांग्रेस सरकार बनने के पहले अनियमित कर्मचारियों के मंच में आकर कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस सरकार बनने पर 10 दिन में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया। अब 4 साल बाद भी ये मांगें पूरी नहीं हुई है। अब कर्मचारियों को मजबूरन हड़ताल करना पड़ा है।

प्रदेश के सभी जिलों में दफ्तरों में काम बंद

मांग को लेकर प्रदेश के राजनांदगांव, रायपुर, बलौदाबाजार, कांकेर जैसे सभी जिलों में कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है। रायपुर में अंबेडकर अस्पताल के कार्डियक सेंटर के संविदाकर्मियों ने भी काम बंद कर दिया है। इस तरह से प्रदेश के स्वास्थ्य अमले से जुड़े कर्मचारी भी आंदोलन को अपना समर्थन देकर संदेश देना चाहते हैं कि वो नियमितिकरण चाहते हैं।

सोशल मीडिया के जरिए जंग की तैयारी

कर्मचारियों ने तय किया है कि वो हर तरीके से सरकार तक अपनी बात पहुंचाएंगे। इसी कड़ी में 17 जनवरी को सभी नियमितिकरण की मांग लिखकर प्रशासनिक अफसरों को मेल करेंगे। वहीं भैंस के आगे बीन बजाकर विरोध जताएंगे। 18 जनवरी को मनोकामना श्रीफल लेकर रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा जाएगा। ये ज्ञापन कलेक्टरों को दिया जाएगा। 19 जनवरी को सभी रायपुर में जुटकर विजय तिलक लगाएंगे। 20 जनवरी को रायपुर के धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

26 जनवरी का अल्टीमेट

कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया है कि 26 जनवरी तक वो इंतजार करेंगे। इस दिन यदि सरकार की ओर से संविदाकर्मियों को नियमित करने का एलान नहीं किया जाता तो इसके बाद बड़े आंदोलन की तैयारी है। इसके बाद कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की दिशा में बढ़ जाएंगे। फिर तब तक हड़ताल चलेगी। जब तक नौकरी पक्की नहीं हो जाती। एक दिन पहले ही रविवार को प्रदेश के हर जिले से अनियमित कर्मचारी रायपुर पहुंचे थे और नियमितिकरण की मांग पर धरना दिए।

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