सक्ती। बच्चों में स्मार्ट फोन चलाने का शौक इस कदर हावी है कि वे इसके लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। बच्चों का यह शौक जानलेवा साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में आत्महत्या का एक खौफनाक मामला सामने आया है। 13 साल के बच्चे ने मोबाइल नहीं मिलने पर स्कूल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। बच्चा 26 दिसंबर से गायब था और 29 दिसंबर को स्कूल खुलने के बाद घटना की जानकारी मिली। इस बीच घर वाले लापता बच्चे की खोज में लगे हुए थे।
मिली जानकारी के अनुसार कक्षा आठवीं में पढऩे वाला आदित्य श्रीवास(13) सुकलीपाली का रहने वाला है। इसके पिता मजदूरी करते हैं और उसने अपने पिता से मोबाइल की डिमांड कर रखी थी। पिता ने पैसे मिलने पर मोबाइल दिलाने का वादा भी किया। यह बात बच्चे को पसंद नहीं आई और वह घर से चला गया। 26 दिसंबर को वह घर से निकला और उसके बाद लौटा नहीं। घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इस बीच परजिनों ने थाने में भी इसकी सूचना नहीं दी और अपने स्तर पर ही लापता बच्चे की तलाश करते रहे।
स्कूल खुला तो सामने आया सच
क्रिसमस के कारण स्कूल में अवकाश चल रहे थे। इस बीच स्कूल बंद था। 29 दिसंबर को स्कूल खुला तो एक कमरे में बच्चे का शव लटका हुआ था। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव की शिनाख्त आदित्य श्रीवास के रूप में हुई। इसके बाद परजिनों को इसकी जानकारी दी गई। परिजनों ने बताया कि मोबाइल फोन की जिद कर रहा था। इसके लिए इतना बड़ा कदम उठा लेगा इसकी जानकारी परिजनों को नहीं थी। फिलहाल पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।