कार्यपालन अभियंता पर प्रताड़ना देने तथा पैसे मांगने का आरोप, मंत्री से की हटाने की मांग

by sadmin

रायपुर। जल संसाधन विभाग के निर्माण संभाग कसडोल के कार्यपालन अभियंता एनके पांडे पर उनके अधीनस्थ कर्मचारियों ने प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है। उनके अधीन काम कर रहे अनुविभागीय अधिकारियों और अभियंताओं ने उन पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। मामले में कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से जल संसाधन विभाग के मंत्री रविंद्र चौबे को शिकायती पत्र भेजकर कार्यपालन अभियंता द्वारा की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाही से अवगत कराया है तथा उन्हें हटाने की मांग की है।

एक हस्ताक्षरयुक्त कर्मचारियों ने अफसर पर अवकाश लेने पर वेतन काटने, टीए बिल निकालने पर पैसों की मांग करने तथा गोपनीय प्रतिवेदन भेजने में आनाकानी करने का आरोप लगाकर उन्हें तत्ताल प्रभाव से कसडोल से हटाने की मांग की है। उनके अधीन काम कर रहे अनुविभागीय अधिकारियों और अभियंताओं ने पत्र में कहा कि उनसे अफसर सरकारी काम के बजाए निजा काम ज्यादा लेते हैं तथा कार्यालय समय सुबह 10 से 5.30 तक लगाने के बजाए शाम 4 से रात 9 बजे तक लगाते हैं।  

वेतन काटने की धमकी, गोपनीय प्रतिवेदन भेजने में भी आनाकानी 

विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों ने कार्यपालन अभियंता एनके पांडे को निर्माण संभाग कसडोल से अविलंब हटाए जाने की मांग की है। विभागीय अधिकारियों ने मंत्री को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि कार्यपालन अभियंता द्वारा किसी भी प्रकार का आकस्मिक या फिर अर्जित अवकाश लेने पर वेतन काटने की धमकी दी जाती है और हर बात में पैसे की मांग की जाती है। इसी तरह यात्रा भत्ता देयक के लिए बिल को निकालने के लिए अफसर कमीशन की मांग करते हैं। कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि गोपनीय प्रतिवेदन भेजने में भी आनाकानी कार्यपालन अभियंता एनके पांडे करते हैं। 

रायपुर में रहते हैं तथा नियमित कार्यालय नहीं आते

मंत्री को भेजे पत्र में विभागीय अधिकारियों ने यह भी कहा है कि कार्यपालन अभियंता निवास रायपुर में करते हैं और कार्य से नदारद रहते हैं। वह नियमित रूप से कार्यालय भी नहीं आते। छोटी-छोटी बातों के लिए डाक से लेकर किसी अन्य बहाने कर्मचारियों को रायपुर बुलाते रहते हैं ताकि उन्हें कसडोल ना आना पड़े। कर्मचारियों ने डीएमएफ मद से स्वीकृत किए गए कार्यों की स्वीकृति प्रदान किए जाने के लिए भी पैसे की मांग करने का आरोप लगाया है। अनुविभागीय अधिकारियों और और कर्मचारियों ने जल संसाधन मंत्री से कार्यपालन अभियंता को कसडोल से हटाए जाने की मांग की है।

देखे मंत्री को सौपी गयी ज्ञापन की कॉपी 

 

कर्मचारियों द्वारा विभागीय मंत्री को सौंपा गया पत्र।

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