दुर्ग। बारीश की वजह से नगर निगमों में खराब हुई सड़कों के दुरूस्त किये जाने का कार्य शीघ्र ही आरंभ हो जाएगा। इसके लिए 288 सड़कों को चिन्हांकित किया गया है जिन्हें दुरूस्त किये जाने की जरूरत है। इनके निर्माण में 44 करोड़ रुपए की राशि व्यय होगी। कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को मरम्मत का कार्य शीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत का कार्य गुणवत्तापूर्वक हो, इसके लिए मानिटरिंग अधिकारी होंगे। अपर कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई सड़कों की मरम्मत के कार्य के लिए जिले की मानिटरिंग अधिकारी होंगी और उनके मार्गदर्शन में हर दस सड़क के पीछे एक नोडल अधिकारी कार्य की गुणवत्ता देखेंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछली बैठक में कलेक्टर ने बारिश से खराब हुई सड़कों का चिन्हांकन करने और इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे ताकि इसके संधारण की कार्रवाई की जा सके। भिलाई निगम में ऐसी 10 सड़कें चिन्हांकित की गई हैं। इनके मरम्मत की लागत 8 करोड़ 83 लाख रुपए होगी। दुर्ग निगम में ऐसी 77 सड़कें हैं जिनकी मरम्मत की लागत 10 करोड़ 15 लाख रुपए होगी। रिसाली निगम में ऐसी 185 सड़कें हैं, जिनकी मरम्मत लागत 18 करोड़ 22 लाख रुपए है।
नगर निगम भिलाई चरौदा में ऐसी 16 सड़कें हैं जिनकी मरम्मत लागत 7 करोड़ 5 लाख रुपए होगी। इस तरह लगभग 44 करोड़ रुपए की लागत से जिले के नगर निगमों की 288 सड़कें शीघ्र दुरूस्त हो जाएंगी। बैठक में पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता श्री अशोक श्रीवास ने बताया कि विभाग ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। शीघ्र ही यह कार्य समयसीमा में गुणवत्तापूर्वक पूरा कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इसके साथ ही नगर पालिकाओं और नगर पंचायत तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कों के संधारण के निर्देश दिये गये हैं जिनके अनुरूप काम शीघ्र ही शुरू हो जाएगा।