रविवि में हर साल प्रोफेसर रिटायर हो रहे हैं। इस वजह से पद भी खाली हो रहे हैं। प्रोफेसरों की कमी की वजह से पं. रविशंकर शुक्ल विवि प्रबंधन ने नैक ग्रेडिंग का मूल्यांकन टाल दिया था। क्योंकि इससे ग्रेडिंग कम होने की संभावना बढ़ गई थी। रविवि में प्रोफेसरों की भर्ती के लिए सूचना जारी होती इससे पहले ही हाई कोर्ट के आरक्षण को लेकर दिए फैसले की वजह से पूरी भर्ती प्रक्रिया ही अटक गई। विवि के अफसर भी अब परेशान हो गए हैं।
क्योंकि आने वाले समय में नैक टीम ने निरीक्षण नहीं किया तो विवि की ए ग्रेडिंग भी खत्म हो जाएगी। रविवि में खाली पदों की भर्ती के लिए शासन से भी मंजूरी मिल गई थी। विवि ने इसकी तैयारी भी कर ली थी। लेकिन आरक्षण की वजह से पहले मामला उलझा और अब भर्ती ही अटक गई है। 2016-17 में नैक से रविवि को ए ग्रेड मिला था। इसलिए नैक ग्रेडिंग के लिए मूल्यांकन का काम पूरा करना जरूरी है, क्योंकि करीब पांच साल बाद भी निरीक्षण नहीं हुआ तो ग्रेडिंग खत्म कर दी जाएगी।
दरअसल पिछले दस-बारह साल में दो बार रविवि की नैक से ग्रेडिंग हुई। तीसरी बार भी ग्रेडिंग की तैयारी की गई थी। मूल्यांकन के लिए रविवि ने सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) नैक को भेजा था। विवि को मूल्यांकन शुल्क जमा किया जाना था। इसके बाद नैक से विवि को दो-तीन तारीखें मिलती। इसमें से एक तारीख फाइनल होने के बाद नैक की टीम आती।
इस प्रक्रिया के दौरान ही शासन से असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के 69 पदों को भरने की अनुमति मिली थी। उस समय विवि अफसरों ने तय किया कि 69 पदों पर नियुक्तियां होने के बाद मूल्यांकन कराया जाएगा ताकि विवि की ग्रेडिंग अच्छी हो। इसलिए मूल्यांकन शुल्क भी जमा नहीं किया गया। अब भर्ती अटकने से विवि की परेशानी बढ़ गई है।
राज्य में दो विवि के पास ही ए ग्रेड
राज्य में उच्च शिक्षा से जुड़े 9 राजकीय विवि हैं। इनमें से सिर्फ रविवि व इंदिरा कला संगीत विवि खैरागढ़ के पास ही ए ग्रेड है। रायपुर के टॉप कॉलेजों के पास भी अभी ए ग्रेड नहीं है। ज्यादातर कॉलेज बी ग्रेड की श्रेणी में हैं। साइंस कॉलेज दुर्ग के पास ए-प्लस ग्रेड है। इसी तरह सीएमडी कॉलेज बिलासपुर- ए ग्रेड, दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव- बी प्लस प्लस, डिग्री गर्ल्स कॉलेज कालीबाड़ी- बी प्लस प्लस, डिग्री गर्ल्स कॉलेज देवेंद्रनगर- बी प्लस प्लस, साइंस कॉलेज- बी, छत्तीसगढ़ कॉलेज- बी और बिलासा गर्ल्स कॉलेज बिलासपुर के पास बी प्लस ग्रेड है।
रविवि का मूल्यांकन नहीं होने पर राज्य में ए ग्रेड वाला केवल एक विवि रह जाएगा। अफसरों के जल्द फैसला नहीं लेने पर विवि को कई तरह के नुकसान हो भी सकते हैं। खासतौर पर नैक ग्रेडिंग नहीं मिलने से रिसर्च के काम भी अटक सकते हैं।
नैक मूल्यांकन से छात्रों को होने वाले फायदे
- विवि और कॉलेज की वास्तविकता का पता चलता है।
- विवि से मिलने वाली सभी डिग्री का वेटेज बढ़ जाता है।
- केंद्र सरकार से मिलने वाले अनुदान में मदद मिलती है।
- अच्छी ग्रेडिंग के लिए विवि में प्रोफेसरों की भर्ती होती है।
- खाली पदों को भरने की वजह से पढ़ाई अच्छी होती है।