बिलासपुर जोनल स्टेशन में ट्रेनों के कैंसिलेशन के बाद अब यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या से परेशान हैं। स्थिति यह है कि हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस और सांरागाछी-पोरबंदर जैसी एक्सप्रेस गाड़ियां छह-छह घंटे देरी से चल रही है। इधर, यात्रियों की समस्याओं को दूर नहीं करने से आक्रोशित शहरवासी 12 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन करने की तैयारी में है।
एक समय था, जब ट्रेनें कुछ समय के लिए भी देर होती थी, तब रनिंग स्टाफ से लेकर अधिकारियों और कंट्रोल रूम के कर्मचारी परेशान हो जाते थे। लेकिन, अब स्थिति यह है कि 8 से 10 घंटे भी ट्रेन देर हो जाए तो कोई जानकारी लेने वाला नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि रेलवे प्रशासन को ट्रेनों के सही तरीके से परिचालन में कोई रूचि ही नहीं है। वहीं, सिर्फ माललदान और मालगाड़ियों की चिंता रहती है। मालगाड़ियों के लिए यात्री ट्रेनों को कहीं भी खड़ी कर दी जाती है, जिसके चलते यात्री ट्रेनें लेट हो रही है।
बिलासपुर जोन में आने के बाद ट्रेनें होती है विलंब
बताया जा रहा है कि हावड़ा- मुंबई और कटनी सेक्शन सभी दिशाओं की ओर चलने वाली गाड़ियां बाकी स्टेशनों में समय से छूट रही है। लेकिन, बिलासपुर जोन के सीमाओं में प्रवेश करने के साथ ही यात्री ट्रेनों को रोकने का सिलसिला शुरू हो जाता है और ट्रेनें लेट होने लगती है। यही वजह है कि ट्रेनों के बिलासपुर स्टेशन पहुंचने में विलंब हो रहा है। जबकि, दूसरे जोन के स्टेशनों में यह स्थिति नहीं है और समय पर गाड़ियां चल रही है।
सभी दिशाओं की गाड़ियों की लेटलतीफी से परेशान हैं यात्री
दैनिक रेल यात्री संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि मेल, आजाद एक्सप्रेस , दूरंतो, ज्ञानेश्वरी सुपरडीलक्स जैसी गाड़ियां विलंब से चल रही है। वहीं, सोमवार को सुबह नौ बजे पहुंचने वाली आजाद हिंद एक्सप्रेस छह घंटे विलंब से बिलासपुर पहुंची। इसी तरह सांतरागाछी- पोरबंदर एक्स्प्रेस भी छह घंटे लेट पहुंची। रात 3:30 बजे की छपरा- दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस सुबह नौ बजे और अमरकंटक एक्सप्रेस भी नौ बजे के लगभग बिलासपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। इतवारी- बिलासपुर शिवनाथ एक्सप्रेस, इतवारी- बिलासपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस भी विलंब हो रही है। जबकि, इन गाड़ियों को रेलवे समय पर चला सकती है। क्योंकि, ये जोन के दायरे में आने वाली ट्रेनें हैं।
ट्रेनों के कैंसिलेशन, लेटलतीफी और स्टॉपेज को लेकर रेल रोको आंदोलन
पिछले एक साल से ट्रेनों के कैंसिलेशन के साथ ही लेटलतीफी की समस्या से छत्तीसगढ़ के यात्री परेशान हैं। नागरिक सुरक्षा मंच में बीते दिनों यात्रियों की समस्याओं को लेकर GM ऑफिस का घेराव किया था और रद्द ट्रेनों के परिचालन के साथ ही लेटलतीफी की समस्या को दूर करने की मांग की थी। इस दौरान छोटे स्टेशनों में स्टॉपेज देने की भी मांग की गई थी। लेकिन, रेलवे ने अब तक नागरिक सुरक्षा मंच की मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। यही वजह है कि मंच के संयोजक अमित तिवारी ने 12 अक्टूबर को बिलासपुर स्टेशन में रेल रोको आंदोलन करने का ऐलान किया है। इस दिन सभी दिशाओं में चलने वाली मालगाड़ियों को रोकने की योजना बनाई गई है।