नई दिल्ली । शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सालभर तक चले विरोध प्रदर्शन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हो गई। उन्होंने मांग की कि मृतकों के परिजनों को ‘पीएम केयर्स फंड’ से वित्तीय सहायता दी जाए। राउत ने कहा कि किसानों से सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है। उनके परिवारों की मदद करना महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। संजय राउत ने रविवार पत्रकारों के साथ बातचीत में दावा किया कि दिल्ली के पास स्थित विरोध प्रदर्शन स्थल पर कई किसानों की मौत हो गई, जबकि कुछ ने आत्महत्या कर ली और अन्य पुलिस गोलीबारी में मारे गए। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में कुछ किसानों को कुचलकर मार डाला गया। उन्होंने कहा कि ये सभी लोग कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे। राउत ने कहा, ”सरकार को अब अपनी गलती का अहसास हो गया है और उसने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। देश के विभिन्न हिस्सों से मांग है कि जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए।” राउत ने पीएम केयर्स फंड में ”बेहिसाबी राशि” पड़े होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस राशि का इस्तेमाल मृतक किसानों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि के रूप में किया जाना चाहिए। उन्होंने परोक्ष तौर पर प्रधानमंत्री के भाषण की ओर इशारा करते हुए कहा, ”किसानों से सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है। उनके परिवारों की मदद करना महत्वपूर्ण है।” सर्जरी के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सेहत के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, ”मैंने शनिवार उद्धवजी से बात की थी। हमें लगता है कि उन्हें पूरी तरह से ठीक होकर काम पर लौटना चाहिए।
37