नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों ही राज्यों में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने जन-जीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है. उत्तर प्रदेश में बारिश के चलते हुए विभिन्न हादसों में 35 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं.
दोनों ही राज्यों में सड़कों, पुलों व अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चरों को नुकसान पहुंचने की खबर है. भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए खास तौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश में बेहद भारी बारिश की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी शुक्रवार को भारी बारिश के आसार बताए गए हैं. बुधवार से गुरुवार के बीच रायबरेली, लांभुआ, प्रतापगढ़, प्रयागराज, अमेठी, रानीगंज, गाज़ीपुर और कानपुर समेत कुछ अन्य जगहों पर भारी बारिश की रिपोर्ट वेदर चैनल ने दी है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पूर्वी यूपी समेत पश्चिमी हिस्से में उत्तराखंड से सटे इलाकों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं. गुरुवार के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा कि शुक्रवार को पूर्वी हिस्सों को छोड़ अधिकांश यूपी के लिए यलो अलर्ट रहेगा. वहीं, 17 सितंबर के बाद से यूपी समेत उत्तराखंड में भी बारिश की तेवरों में कुछ कमी देखी जाएगी.
पहाड़ी इलाकों, खास तौर से कुमाऊं अंचल में भारी बारिश के आसार शुक्रवार को भी बने हुए हैं. गुरुवार के लिए आरेंज अलर्ट जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा था कि शुक्रवार को उत्तराखंड के कुछ इलाकों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है पर अन्य इलाके अलर्ट से मुक्त होंगे. उत्तराखंड में सितंबर के पहले 14 दिनों में करीब 13 फीसदी ज़्यादा बारिश हो चुकी है. इस माह वर्षा का यह क्रम जारी रहने वाला है. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों तरफ से कम दबाव का सिस्टम बनने से चल रही नम हवाओं के चलते यह स्थिति पैदा हुई है. यह सिस्टम अगले कुछ दिनों तक मध्य प्रदेश के पूर्वी व मध्य भारत के कुछ हिस्सों तक बना रहेगा, जिससे भारी और मद्धम दर्जे की बारिश होती रहेगी. शुक्रवार के बाद यह सिस्टम उत्तर पश्चिम की तरफ रुख करेगा, जिससे उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बारिश के तेवर ढीले पड़ सकते हैं.
65
previous post