दुर्ग। 17 सितंबर को रवीन्द्र चौबे कृषि मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, ‘‘सोनबरसा व्यपवर्तन जीर्णोद्धार एवं नहर लाईनिंग’’ के भूमिपूजन कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। सोनबरसा व्यपवर्तन का निर्माण कार्य सन् 1973 में प्रारंभ हुआ एवं सन् 1986 में पूर्ण हुआ। कालांतर और रख-रखाव के अभाव में नहर बहुत जीर्ण-शीर्ण हो चुका था, जिसके कारण मात्र 100.00 हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई का कार्य हो पा रहा था। कृषि उत्पादन के लिए सिंचाई अत्यंत महत्वपूर्ण कारक है। इसी बात को ध्यान में रखकर क्षेत्रीय विधायक रविन्द्र चौबे ने जल संसाधन विभाग में मंत्री का कार्यभार ग्रहण करते ही क्षेत्र की महत्वपूर्ण सिंचाई योजना सोनबरसा व्यपवर्तन का जीर्णेद्धार का संकल्प लिया। सिंचाई सुविधाओं के संचालन, अनुरक्षण, विस्तार व आधुनिकीकरण की दिशा में प्रभावी कदम उठाकर सिंचाई व्यवस्था की कुशलता में संवृद्धि करने का प्रयास शासन के द्वारा सतत् किया जा रहा है। इसके लिए रवीन्द्र चौबे ने जल संसाधन के अधिकारियों एवं क्षेत्र की जागरूक जनता के साथ योजना का अवलोकन कार्य संपादित किया। उन्होंने 15 जनवरी 2019 को पूर्ण निरीक्षण कराकर, अधिकारियों से रिपोर्ट प्राप्त कर इस योजना का प्राक्कलन तैयार करवाया। इस योजना की महत्ता को देखते हुए मंत्री जी इस योजना से लगातार जुड़े रहे। इस योजना हेतु 2167.36 लाख्, रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हुई। जिसके तहत् वियर की ऊंचाई 1 मीटर बढ़ाना, मुख्य नहर लंबाई 18.30 किलोमीटर, बोरी माईनर 5.30 किलोमीटर एवं डोमा माईनर 2.30 किलोमीटर के जीर्णाेद्धार एवं लाइनिंग का कार्य किया जाएगा। इसके अंतर्गत पुराने पुल-पुलिया एवं अन्य पक्के कार्य का नवनिर्माण कार्य भी किया जाएगा। इस योजना के पूर्ण होने पर राजनांदगांव जिले के 03 ग्रामों में कुल 185 एकड़ रकबा एवं दुर्ग जिले के 09 ग्रामों कुल 3080 एकड़ रकबा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। इस प्रकार राजनांदगांव जिले एवं दुर्ग जिले में कुल 3265 एकड़ में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा और वहां के स्थानीय कृषकों को इसका लाभ मिलेगा। सिंचाई की इस सुविधा से किसान भविष्य में फसल विविधता को सरलता से अपना सकेंगे।
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