कार्मिक विभाग ने एक जिम्मेदार अभिभावक की निभाई भूमिका.
कार्मिक विभाग ने संयंत्र के अन्य विभागो के साथ मिलकर बेहतरीन टीम वर्क का किया प्रदर्शन.
भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा कोविड के दौरान बीएसपी बिरादरी को बेहतर सुविधाएं तथा त्वरित सेवा उपलब्ध कराने में बीएसपी के कार्मिक विभाग ने अन्य सहयोगी विभागों जैसे सी एंड आईटी, इनकाॅस, टेलीकाॅम व वित्त विभाग के साथ मिलकर महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बीएसपी के कार्मिक विभाग ने कोविड से बचाव से लेकर कोविड पीड़ित कार्मिकों तथा उनके परिजनो को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने में अपनी पूरी ताकत झोंकी है। अपने संवेदनशील प्रयासों से इस्पात बिरादरी की हर संभव सहायता देने में अग्रणी भूमिका निभायी है।
कोरोना के महामारी से भिलाई इस्पात संयंत्र भी अछूता नहीं रहा। कोरोना के आगमन के साथ ही बीएसपी के कार्मिक विभाग ने अपने सकारात्मक प्रयासों को अंजाम देना प्रारम्भ किया जो आज भी जारी है। इन प्रयासों ने इस्पात बिरादरी के जीवन में एक सार्थक परिवर्तन लाया है। आइए इन प्रयासों पर एक नजर डालें:-
एक जिम्मेदार अभिभावक की भूमिका
इस महामारी में अनेकों लोग बीमार हुए और कुछ ने अपना जीवन खोया, पर इस संकट की घड़ी में भिलाई इस्पात संयंत्र अपने कार्मिकों और उनके परिवारों के साथ संबल की तरह खड़ा रहा और अभिभावक की भूमिका निभाई। कार्मिक विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कई पहल किए। कार्मिक की मृत्यु की तिथि से ही कार्मिक अधिकारी शोकसंतप्त परिवार से कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए विभिन्न डिजिटल माध्यम से लगातार संपर्क में रहते हुए उन्हें परामर्श देते रहे व उनकी सभी दुविधावों का समाधान किया।
कार्मिकों के परिजनों से संपर्क तथा सहायता पहुँचाने में संयंत्र प्रबंधन को यूनियन तथा ऑफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का समुचित सहयोग प्राप्त हुआ। साथ ही विभाग के सहकर्मियों ने भी पीड़ित परिवारों से संपर्क करने में मदद की।
त्वरित सहायता के लिए तत्पर कार्मिक विभाग
प्रोफेशनल के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए कार्यप्रणाली को सुगम बनाया गया। कार्मिकों व उनके परिवार को सहायता पहुचाने के लिए एकल खिडकी हेल्प सेंटर बनाया गया। कार्मिक अधिकारीयों ने कोरोना मृत्यु के प्रकरणों में परिवार के लगातार संपर्क में रहते हुए सभी जरूरी प्रक्रियाओं में हैण्ड होल्डिंग की। अंतिम भुगतान त्वरित गति से करवाने के लिए सभी जरूरी एनडीसी की व्यवस्था कार्मिक अधिकारीयों ने स्वयं की।
अंतिम भुगतान में की मदद
कार्मिक अधिकारियों ने अंतिम भुगतान के लिए नामितों के बैंक खाता खुलवाने से लेकर उनके आधार कार्ड में सुधार करवाने तक सहायता प्रदान की। नाम में भिन्नता के प्रकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रक्रिया का सरलीकरण करते हुए कार्मिक विभाग द्वारा कार्मिक अनुकूल परिपत्र जारी किया। वित्त विभाग के साथ मिलकर कार्मिक विभाग द्वारा अंतिम भुगतान के हर प्रकरण में त्वरित कार्यवाही करते हुए अब तक 96.92 प्रतिषत प्रकरणों में भविष्य निधी एवं 83.20 प्रतिषत प्रकरणों में ग्रेच्युटी का भुगतान किया गया है।
कोरोना मृत्यु में प्रदत सहायता राशी में वृद्धि
कोरोना से मृत्यु के प्रकरणों में सेवा के भुगतान की राशी को 1.5 लाख से बढ़ा कर 4 लाख किया गया वैसे प्रकरणों में जहाँ कार्मिक व उनकी अंतिम भुगतान के लिए नामित परिवार के सदस्य की भी मृत्यु हो गयी थी, ऐसे प्रत्येक परिवार के सदस्यों का उच्च अधिकारीयों के द्वारा विशेष परामर्श किया गया एवं कंपनी द्वारा दिये जा रहे सुविधाओं के बारे में उन्हें अवगत कराया गया। ऐसे प्रकरणों में जहाँ उतराधिकार प्रमाण पत्र नहीं है वहां अंतिम भुगतान सहायक श्रम आयुक्त के मार्गदर्शन से नियमानुसार व्यवस्था भी की गई है।
ईएफबीएस के आवेदन का त्वरित निपटान
मृत्यु के प्रकरणों में पात्र नामितों को एम्प्लाॅयी फैमिली बेनेफिट स्कीम की सुविधा से अवगत करवाया गया जिसमे मृत कार्मिक के भविष्य निधि व ग्रेच्युटी की राशि को कंपनी के पास जमा रखने पर कार्मिक की अंतिम मूल वेतन व मंहगाई भत्ता के बराबर की राशि उनके सामान्य सेवानिवृत्ति की तिथि तक नामित को दी जाती है। इच्छुक व पात्र नामितों को इस स्कीम में शामिल करवाया गया। कार्मिक विभाग के संवेंदंशील प्रयासों ने अब तक प्राप्त 111 आवेदन में से 95 प्रकरणों में भुगतान प्रारंभ किया चुका है।
साथ ही साथ ऐसे परिवारों को एम्प्लोयी फॅमिली बेनेफिट स्कीम लेने पर, भिलाई इस्पात संयंत्र के क्वाटर में, मृत कार्मिक के सेवानिवृति कि तिथि तक रहने, आश्रितों को एक साल तक चिकित्सा सुविधा एवं आश्रित बच्चों को प्राइवेट स्कूल में बीएसपी कार्मिकों के अनुरूप शिक्षा सुविधा भी उपलब्ध कराया गया है।
कोरोना टीकाकरण का कुशल समन्वयन
कार्मिक विभाग ने कोरोना से बचाव हेतु कई सार्थक प्रयास कों अंजाम दिया है। अपने कार्मिकों के कोरोना टीकाकरण के लिए भी भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संयंत्र के भीतर व बाहर टीकाकरण केंद्र प्रारंभ किया गया, जिसमें कार्मिक विभाग के स्टाफ निरंतर योगदान दे रहे हैं। कार्मिक विभाग ने सम्पूर्ण प्रक्रिया का कुशलतापूर्वक समन्वयन किया है।
काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग में अहम भूमिका
कोरोना के प्रकरणों को संभालने में कार्मिक विभाग की विशेष भूमिका रही। कार्मिक अधिकारियों ने कोरोना प्रकरणों में नोडल अधिकारी की भूमिका का निर्वाहन करते हुए काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग की व उनके कोरोना टेस्ट की व्यवस्था करवाई। कोरोना के मासिक घोषणा पत्र का नियमित अनुपालन सुनिश्चित किया गया। जिला प्रशासन से समन्वय व सहयोग प्राप्त कर कार्यों को बखूबी अंजाम दिया गया।
कोरोना के संकटकाल में कार्मिक विभाग के संवेदनशील व सार्थक प्रयासों तथा त्वरित सेवा ने इस्पात बिरादरी में एक नई आशा और विश्वास का संचार किया है। इस कठिन परिस्थितियों में भी संयत्र के कार्मिक विभाग ने सेवा की एक मिसाल कायम की है।