दक्षिणापथ, दुर्ग। शहर में मानव सेवा की मिसाल कायम करने वाले योगेन्द्र शर्मा ‘बंटी’ ने अपना जन्मदिवस मानव सेवा को समर्पित किया, अपने जन्मदिवस के अवसर पर सुबह से लेकर रात तक विभिन्न स्थानों में मानव सेवा का कार्य करते हुए, गरीब, असहाय, विकलांग, अनाथ वृद्धजनों के साथ उनको जरूरत की सामग्री वितरण करके मनाया अपना जन्मदिवस। समाजवादी विचारधारा का जन्म ही समाज के निराश्रित एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी वह सुख सुविधाएँ पहुंचाने के लिए हुआ है, जिनसे अभी तक वह अछूता रहा है। एक सच्चे सामाजिक कार्यकर्ता का एकमात्र धर्म मानवता व सेवा होता है।
इन्ही बातों को आत्मसात करते हुए दुर्ग जिले के समाज सेवी युवा योगेन्द्र शर्मा ‘बंटी’ ने अपना जन्मदिवस हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी दुर्ग वृद्धाआश्रम में वृद्धजनों के साथ भोजन करके, बाल आश्रम में विभिन्न उपयोगी समाग्री वितरण करके एवं गरीब, असहाय जरूरतमन्दों को भोजन कराकर मनाया। दुर्ग शहर के समाज सेवी युवा योगेन्द्र शर्मा (बंटी) जोकि विगत 4 वर्ष 6 माह से शहर के कुछ युवाओं की जन समर्पण सेवा संस्था बनाकर गरीब, असहाय, जरूरतमन्दों को प्रतिदिन भोजन, विकलांगों को ट्रायसिकल, व्हीलचेयर, बैशाखी, एवं अन्य समाग्री वितरण का कार्य साथ ही साथ वर्तमान में वर्तमान में विश्वव्यापी ,कोरोना महामारी के चलते जरूरतमन्दों को 2 समय का भोजन प्रवासी मजदूरों को चप्पल, पानी, फल का वितरण एवं जरूरतमन्दों की हर संभव मदद करते आ रहे है, ये युवा बंटी शर्मा ने आज अपना जन्मदिवस भी मानव सेवा करके मनाया।
जन समर्पण सेवा संस्था के अध्यक्ष समाज सेवी युवा योगेन्द्र शर्मा ‘बंटी’ ने अपने जन्मदिवस पर मानव सेवा करते हुए अपनी जन्मदायनी माँ, परिवारिक जनों एवं मित्रो के साथ दोपहर 12 बजे दुर्ग वृद्धाआश्रम में निवास कर रहे वृद्धाजनों के साथ केक काटकर उनके साथ भोजन करके एवं सभी वृद्धजनों को बरसात से बचने हेतु छाता, साबुन, टॉवेल, बिस्किट, फल, नमकीन, मिष्ठान एवं अन्य जरूरत की समाग्री वितरण करके मनाया, दोपहर 2 बजे कादम्बरी नगर, दुर्ग में स्तिथ अनाथ महिला हॉस्पिटल में रहे रही सभी वृद्धा महिलाओं को छाता, साबुन, टॉवेल, बिस्किट, फल, नमकीन, मिष्ठान एवं अन्य जरूरत की समाग्री वितरण किये। वृद्धाआश्रम एवं अनाथ हॉस्पिटल के वृद्धजनों ने योगेन्द्र शर्मा बंटी को सदैव मानव सेवा में कार्य करने एवं स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं और आर्शीवाद दिए। मानव सेवा की एक अन्य कढ़ी में योगेन्द्र शर्मा बंटी ने संध्या 6 बजे दुर्ग रेलवे स्टेशन में सफाई एवं अन्य कार्य करने वाले एक विकलांग को ट्रायसिकल दी, जिससे वह अब पूरे शहर में घूम सकेगा। संध्या 7 बजे प्रतिदिन की तरह दुर्ग रेलवे स्टेशन के आस-पास निवास कर रहे 100 से अधिक जरूरतमन्दों को भोजन वितरण किये एवं सभी को मिष्ठान, नमकीन, एवं केक का वितरण किये।
शहर के इस समाज सेवी युवा बंटी शर्मा की सेवा भाव देखकर शहर के विभिन्न युवा नेताओं, मित्रो एवं अन्य जनों ने विभिन्न स्थानों में उनसे केक कटवाकर उन्हें बधाई दी, जिसमें सबसे बड़ी सरहानीय एवं प्रेणादायक पहल यह रही कि शहर में लगभग 100 से अधिक केक काटे गए परन्तु एक भी केक को खराब नही किया गया। सभी केक को शहर की निचली बस्ती में रहे रहे छोटे छोटे बच्चों को केक वितरण किया गया, केक को पाकर गरीब बच्चे बहुत खुश हुए और मन भरके केक खाये, इसके साथ साथ दुर्ग रेलवे स्टेशन में भी लगभग 6 केक काटे गए और सभी केक को गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को भोजन के साथ वितरण किया गया।
मानव सेवा की मिशाल कय़ाम करते हुए योगेन्द्र शर्मा ‘बंटी’ ने शहर एवं प्रदेश के सभी नागरिकों से अनुरोध एवं निवेदन किया है कि वर्तमान में विश्वव्यापी ,कोरोना महामारी के चलते बहुत से गरीब, असहाय, मजदूर, विकलांग जनों एवं गौ माता को प्रतिदिन भोजन नही मिल पा रहा है, जिसके चलते बहुत से लोग आज भी भूखे सो रहे है, आप सभी अपने, अपने परिवार के सदस्यों के जन्मदिवस, शादी की सालगिरह, या अन्य किसी भी अवसर पर मानव सेवा या गौ सेवा का कार्य करते हुए कम से कम 5 जरूरतमन्दों को भोजन कराएं एवं गौ माता को चारा खिलाये, ताकि कोई भूखा न सोये, जन्मदिवस पर लाखों हजारों रुपये खर्च करके पार्टी देने से अच्छा यह सेवा का कार्य करें, जिससे पूण्य भी होगा और दुवाएं भी मिलेगी साथ ही साथ बंटी शर्मा ने शहर के सभी युवाओं से अपील की की अपने जन्मदिवस पर काटे जाने वाले केक को एक दूसरे के चेहरे पर या फेख कर खराब न करें उसे गरीब, असहाय बच्चों को खिलाएं जिससे गरीब बच्चे खा सके और खुशियां बना सके ..
शहर में निरन्तर कर्म यही मेरा धर्म, और सभी सामाजिक, धार्मिक, एवं आम जनों के सहयोग और संस्था के सभी सदस्यों के सहयोग से योगेन्द्र शर्मा ‘बंटी’ लगातार कई वर्षों से शहर में कोई भूखा न सोये इसके लिए निरन्तर कार्य कर रहे है। मानव सेवा में उनके साथ सभी कार्यों में अर्जित शुक्ला, शिशु शुक्ला, आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, शब्बीर खान, संजय सेन, विकाश पुरोहित, राहुल शर्मा, शिबू मिर्जा, आदित्य नारंग, राजेन्द्र ताम्रकार, दीपेश बावनकर, शुभम सेन, भूपेंद्र सेन, मृदुल गुप्ता, अंजय ताम्रकार, अहमद चौहान, अख्तर खान, दद्दू ढीमर, भागवत पटेल, दीपक धरमगुढी, मितेश पटेल, मोंटी सोनी एवं अन्य मित्रगण परिवारिक जन उपस्थित थे।