सांकेतिक धरना शुरुआत है जल्दी अगर प्रशासन इस मुद्दे पर उचित कदम नहीं उठाती है तो जल्द ही उग्र आंदोलन की शुरुआत की जाएगी – पार्षद नरेश तेजवानी
दक्षिणापथ, दुर्ग। वार्ड 24 आमदी मंदिर वार्ड गुरु नानक नगर से दादाबाड़ी होते हुए मालवीय नगर जाने वाले मार्ग के बंद करने न्यायालय के आदेश के बाद विधायक एवं महापौर को वार्ड वासियों ने गुहार लगाई गई थी कि भूस्वामी को उसकी मुआवजा राशि को शासन से बातचीत कर देकर रास्ता खुलवाया जाए पर उल्टा अब भवन निर्माण के लिए भूस्वामी को परमिशन दे गई हैं। इस मुद्दे को लेकर वार्डवासियों द्वारा मोर्चा खोलते हुए वार्ड पार्षद नरेश तेजवानी के नेतृत्व में सांकेतिक धरना का आयोजन किया गया। धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से भाजपा जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, नटवर ताम्रकार, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संतोष सोनी, कोषाध्यक्ष विनोद अरोरा, रत्नेश चंद्राकर, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष मुरली सचदेव, अरविंदर सिंह खुराना, अवतार सिंह रंधावा, गुरुदास बदानी, शिव चंद्राकर, नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा उपस्थित रहे।
विदित हो कि शहर के दादाबाड़ी मार्ग जिसमें वर्षों से लोगों का आवाजाही थी चूंकि वह जमीन निजी स्वामित्व के अंतर्गत आती थी और विवादित होने के चलते लगातार न्यायालय में विचाराधीन थी। 2017 में हाईकोर्ट के द्वारा अंतरिम आदेश पर वह जमीन भूस्वामी को हस्तांतरित की गई और भूस्वामी के द्वारा उस मार्ग से आवागमन बंद कर दिया गया था। लगातार वार्डवासियों के द्वारा शहर के विधायक एवं महापौर से गुहार लगाई गई थी कि उक्त मार्ग की मुआवजे की राशि स्वामी को प्रदान कर दी जाए पर विधायक, महापौर के द्वारा वार्डवासियों को भ्रम की स्थिति में रखा गया और उन्हें भवन निर्माण की अनुमति प्रदान कर दी गई। आज इस मामले को लेकर सांकेतिक धरना का दिया गया।
पार्षद नरेश तेजवानी ने कहा कि दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल के पास लगातार वार्ड वासियों के साथ हम लोगों ने अपनी मांग रखी उनके द्वारा हमेशा यह भ्रम में रखा गया कि हम आप की मांग को राज्य सरकार तक भेज चुके हैं और बहुत जल्द आपकी समस्या का निराकरण हो जाएगा पर उल्टा वार्ड वासियों को अंधेरे में रखते हुए नगर निगम दुर्ग के द्वारा भूस्वामी को भवन निर्माण की अनुमति प्रदान कर दी गई इतना मैं इस निगम की सरकार से कहना चाहूंगा कि अगर इच्छाशक्ति की कमी थी तो पहले ही वार्ड वासियों को अवगत करा देते क्योंकि यह आपके शासन काल के समय की गलती है जो कि आप के शासन काल के समय इस मार्ग का निर्माण हुआ था और तत्कालीन में दुर्ग के महापौर में कांग्रेस का कब्जा था उस समय के अधिकारी विषय देखना था कि यह जमीन किसकी है और उसे नगर निगम में हस्तांतरित करवाना था। उन्होंने कहा कि धरना तो यह शुरुआत है अगर छत्तीसगढ़ की सरकार, विधायक, महापौर मामले की गंभीरता को नहीं समझते हैं आंदोलन के लिए तैयार रहें।
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने अपने चिर परिचित अंदाज में संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में सत्तासीन हमारे दुर्ग शहर के महापौर जिनके खुद के आदेश को उनके साथ चलने वाले अधिकारी भी नहीं लिखते हैं और सदैव एक व्यक्ति विशेष के पीछे रहते हुए अपने पद कि गरिमा को खोते नजर आते हैं क्योंकि वह वर्तमान में शहर के प्रथम नागरिक है और दुर्ग शहर के महापौर उनका दायित्व बनता है कि शहर के प्रत्येक नागरिक की समस्याओं को अपनी समस्या मानते हुए उनके समाधान में अपना पूर्ण योगदान दें पर एक व्यक्ति विशेष जिसके चलते अपनी समस्या का समाधान नहीं कर पा रहें।
आयोजित धरना प्रदर्शन को जिला महामंत्री ललित चंद्राकर संतोष सोनी दिनेश देवांगन रत्नेश चंद्राकार ने भी संबोधित किया। आयोजित धरना में मीडिया प्रभारी केएस चौहान आईटी सेल जिला संयोजक राजा महोबिया युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष नितेश साहू मंडल भाजपा अध्यक्ष लुकेश बघेल दीपक चोपड़ा सतीश समर्थ चंद्रशेखर चंद्राकर तेखन सिन्हा राहुल पंडित गौरव शर्मा पार्षद देवनारायण चंद्राकर गायत्री साहू राकेश सेन नरेंद्र बंजारे मनीष साहू अरुण सिंह शिवेंद्र परिहार काशीराम कोसरे पीयूष मालवीय राहुल पाटिल मनमोहन शर्मा गुलाब वर्मा दर्शन किंगरानी वार्ड वासी अमर चंद सुराणा नरसिंह कुकरेजा अटल गोदवानी कमल लूनिया बसंत मोटलानी पारूमल सोमानी जगदीश गुप्ता चंद्रभान मंघनानी संदीप कुमार सुराना हेमंत रुंगटा मनु साहू जितेंद्र सिंह राजीव राय मुकेश खत्री धीरज मोटलानी देवेंद्र टंडन चंद्रकांत साहू बंटी देशमुख अनुराग रायजादा जगदीश शर्मा विपिन चावड़ा उपस्थित रहे।