मामला नंदिनी रोड इंडस्ट्रीयल एरिया का
दक्षिणापथ,रायपुर(आरएनएस)।
प्रदेश के मुख्यमंंत्री भूपेश बघेल जहां निजी क्षेत्र में निवेश करने वाले उद्योगों को लगाने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं। शासन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहता है किंतु उक्त क्षेत्र में निवासरत कुछ लोग भूमाफिया का काम कर रहे नेतानुमा लोगों के बहकावे में आकर महिला उद्यमियों को डरा धमकाकर सरकार की मंशा पर पानी फेर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार भिलाई क्षेत्र के नंदिनी रोड से लगी हुई 32 एकड़ की भूृमि को जिला उद्योग केंद्र दुर्ग द्वारा नये निवेशकर्ताओं एवं महिला उद्यमियों द्वारा नये उद्योग लगाने के लिए चिन्हाकिंत किया गया हैं। उक्त भू खंड में 5-6 उद्योगपतियों को भूखंड आबंटित किया जा चुका है। उक्त भूमि के 21 हजार 780 वर्गफीट की भूमि श्रीमती पूजा अग्रवाल पति नवीन अग्रवाल को समस्त दस्तावेज की छानबीन के उपरांत जिला उद्योग केंद्र द्वारा आबंटित किया गया है जिसका मूल्य श्रीमती पूजा अग्रवाल ने 34 लाख रुपये लीज रेंट का पंजीयन एवं अन्य शुल्क को मिलाकर करीब 44 लाख रुपये शासन के कोष में विधि अनुसार जमा कराया है। इसके बाद भी हाउसिंग बोर्ड कालोनी जिनमें करीब 724 क्वार्टरों में निवासरत लोगों द्वारा सार्वजनिक मंच निर्माण की मांग को लेकर कांग्रेस के ही दो नेताओं द्वारा खुलेआम विरोध कर महिला उद्यमी पूजा अग्रवाल के साथ न केवल दुव्यर्वहार किया गया अपितु उनकी जान पर खतरा अब भी बरकरार है। आरएनएस संवाददाता दुर्ग द्वारा इस संबंध में उद्योग महाप्रबंधक सिमान एक्का से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि पूजा अग्रवाल पति नवीन अग्रवाल भूखंड क्रमांक 98/एच-1 मेसर्स जान्हवी इंटरप्राइजेस को आबंटित किया गया हैं। भूमि आबंटन उद्योग स्थापना के लिए की गई है। उक्त मामले में कुछ भूमाफिया एवं असामाजिक तत्वों द्वारा महिला उद्यमी के साथ दुव्यर्वहार की जानकारी भी उनके संज्ञान में आई है। महिला उद्यमी को भिलाई प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा मुहैया करायी गई है। इस संबंध में नंदिनी थाने में महिला उद्यमी द्वारा जान के खतरे के संबंध में एफआईआर करायी गई है।
गौरतलब है कि एक तरफ राज्य शासन द्वारा नये निवेशकर्ताओं को उद्योग लगाने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं दिन रात मेहनत कर रहे हैं। श्रीबघेल का यह प्रयास है कि अंतिम व्यक्ति तक कांग्रेस अपने लक्ष्य के अनुसार आर्थिक सुदृढ़ छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में लगी हुई है वहीं सत्ताधारी दल के लोग ही अगर नये उद्यमियों के साथ डरा धमकाकर भयभीत कर रहे हैं तो यह शासन की योजना न केवल अपमान है अपितु महिलाओं की प्रगति को रोकने का कुत्सित प्रयास है जिस पर उद्योग मंत्री को तत्काल संज्ञान लेने की आवश्यकता है।

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