-मुख्यमंत्री ने कहा बच्चों का भविष्य आज पर निर्भर करता है
-दुर्ग जिले के 1502 आंगनबाड़ी केंद्र होंगे पोषित
दक्षिणापथ, दुर्ग। मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से 7 से 16 जुलाई तक आंगनबाडिय़ों में मनाए जा रहे वजन त्यौहार का औपचारिक रूप से वर्चुअल शुभारंभ किया। दुर्ग जिले के पाटन ‘खोपरा के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 12 में बुधवार को इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने जिले के आंगनबाड़ी के बच्चों और उनकी माताओं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से वजन त्यौहार और इसकी महत्ता के बारे चर्चा की। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से आंगनबाड़ी के पोषित और कुपोषित बच्चों की जानकारी ली। बच्चों की माताओं से विशेष चर्चा की जिसमें उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य उनके आज पर निर्भर करता है, इसलिए यह आवश्यक है कि हम और आप उनके आज को बेहतर बनाकर भविष्य को सुरक्षित करें। मुख्यमंत्री ने 5 वर्ष तक के सभी बच्चों का अनिवार्य रूप से वजन कराकर उनके सुपोषण स्तर का मूल्यांकन करने की अपील की।
उन्होंने कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम संचालन की बात कही और सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कहा। कार्यक्रम में उपस्थित महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन ने बताया कि 1502 आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन, साल्टर मशीन इन्फेंटोमीटर, स्टेडियोमीटर व सामुदायिक ग्रोथ चार्ट आदि की व्यवस्थाएं कर ली गई है। बीएमआई इंडेक्स के द्वारा पोषण स्तर की जानकारी प्राप्त की जाएगी। जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग एक लाख बच्चों सहित सभी का वजन लिया जाएगा, जिसमें किशोरी बालिकाओं का स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से हीमोग्लोबिन टेस्ट भी कराया जाएगा।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिध्दार्थ कोमल सिंह परदेशी, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले, संचालक समाज कल्याण पी. दयानंद, संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री दिव्या मिश्रा उपस्थित थीं।
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