दक्षिणापथ. लखनऊ ।
यूपी सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य अगले साल होने वाले चुनावों में बीजेपी की जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हैं। उनका कहना है कि बीजेपी फिर 300 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। सीएम से राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के सवाल को उन्होंने कोरी कल्पना और विपक्ष की फैलाई अफवाह करार देते हुए कहा कि वे सब मिलकर विकास के लिए कम कर रहे हैं, इसका परिणाम 2022 के चुनाव में दिखेगा। एनबीटी से हुई बातचीत में उन्होंने सवालों के सधे जवाब दिए-
सवाल- विपक्ष का आरोप है कि पंचायत चुनाव में प्रशासन की मदद से दूसरी पार्टी के प्रत्याशियों को पर्चा तक नहीं भरने दिया गया। सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया गया?
जवाब- यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। हमारे जिला पंचायत सदस्य बड़ी संख्या में जीते हैं। तमाम निर्दलीय भी हमारे समर्थन में हैं। कई जिलों में विरोधी खुद अपनी कमियों के कारण नामांकन नहीं कर पाए और बीजेपी प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए। अगर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग होता तो सभी 75 जिलों में बीजेपी के ही प्रत्याशी जीत जाते। 21 जिलों में बीजेपी के प्रत्याशी निर्विरोध जीते तो इटावा में समाजवादी पार्टी का भी प्रत्याशी जीता।
सवाल- क्या यह बीजेपी और सपा के बीच की ‘अंडरस्टैंडिंग’ नहीं है कि इटावा में बीजेपी ने कोई प्रत्याशी नहीं दिया तो कई जिलों में सपा ने प्रत्याशी नहीं खड़े किए?
जवाब- इटावा में राजनीतिक परिस्थितियां अनुकूल नहीं थीं, पर बाकी जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हम मजबूती से लड़ रहे हैं। मऊ में सपा को कोई प्रत्याशी नहीं मिला तो बनारस समेत कई जिलों में उनका पर्चा ही खारिज हो गया। इस चुनाव में भी हमें हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है।
सवाल- हाल ही में एक लंबा एपिसोड चला, बदलाव की चर्चा हुई और आपके एक बयान से ऐसा भी लगा कि आपमें और सीएम के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है?
जवाब- ये सब कोरी कल्पनाएं हैं। वह प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं, मैं डेप्युटी सीएम हूं। हम सब मिलकर विकास के लिए काम कर रहे हैं। अब विपक्ष के पास कुछ बताने को है नहीं तो यह सब फैला रहा है। हमने 2014, 2017 और 2019 में जीत हासिल की है और 2022 में हम फिर से सरकार बनाने जा रहे हैं।
सवाल- विपक्ष बीजेपी की ‘सोशल इंजीनियरिंग’ पर भी सवाल उठा रहा है, आरोप है कि पिछड़ों को आगे करके चुनाव लड़ा और उन्हें ज्यादा सम्मान नहीं मिला?
जवाब- बीजेपी ने पहले कल्याण सिंह जी को मुख्यमंत्री बनाया था। मुझे उपमुख्यमंत्री बनाया, संगठन और कई आयोगों में पिछड़ों को बड़ी जिम्मेदारी दी। अब एक ही परिवार के लोगों को पद देने वाले विपक्ष के पास कहने को कुछ और बचा नहीं हैं? क्या बीजेपी के अलावा किसी और ने डेप्युटी सीएम बनाया है?
सवाल- आपने बतौर प्रदेश अध्यक्ष 2017 की रैलियों में कहा था पिछली सरकार में भ्रष्टाचार के दोषियों को जेल भेजा जाएगा? अब तक कोई बड़ा नेता-अफसर जेल नहीं गया?
जवाब- सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में कई लोगों को बर्खास्त किया है और कई अफसरों-कर्मचारियों पर सख्त ऐक्शन भी हुआ है। कुछ बड़े मामलों में अभी जांच चल रही है, जिसके परिणाम नहीं आए हैं। पर हम बदले की भावना से काम नहीं करते। जांच में बड़े से बड़ा नेता या बड़ा अफसर जो भी दोषी मिलेगा, उस पर कार्रवाई होगी।
सवाल- विपक्ष का यह भी आरोप है कि माफिया पर जो एक्शन हुआ है, वह कास्ट और फैक्टर देखकर किया गया। कुछ जाति विशेष के लोगों को निशाना बनाया गया।
जवाब- जब कोई आपराधिक घटना होती है और पुलिस की गोली चलती है तो वह जाति या अमीरी-गरीबी नहीं देखती। अपराधी-अपराधी होता है, उसकी कोई जाति नहीं होती। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह कानून-व्यवस्था या विकास के मुद्दे पर बहस नहीं करेंगे, बस अनर्गल आरोप लगाएंगे।
सवाल- कोविड काल में प्रदेश में कई जगह अव्यवस्था का सामना करना पड़ा, क्या चुनाव पर इसका असर नहीं पड़ेगा?
जवाब- जब अचानक कोई बड़ी समस्या आ जाती है तो संसाधन कुछ कम पड़ने लगते हैं। लोगों को कुछ असुविधाएं हुईं पर सरकार ने जिस त्वरित गति से सबसे पहले सारे इंतजाम किए, वह पूरे देश के सामने उदाहरण है। अब हम तीसरी लहर को रोकने की तैयारी में जुटे हैं।
सवाल – यूपी में विपक्ष की ताकत को आप कैसे आंकते हैं?
जवाब- विपक्ष आलसी है, वह केवल ट्विटर पर सरकार बनाते-गिराते हैं। उनके पास कोई मुद्दा भी नहीं है, इसलिए वह बाहर नहीं निकल रहे। वह सोचते हैं कि जातिवाद की राजनीति करके, तुष्टीकरण करके, झूठी अफवाह फैलाकर जीत जाएंगे, पर बीजेपी के कार्यकर्ता परिश्रम से इसका जवाब देंगे। विपक्ष जहां 24 डिग्री तापमान में एसी में बैठकर काम कर रहा है, वहीं हमारे कार्यकर्ता 48 डिग्री तापमान में भी काम करने को तैयार हैं।